रांची: आईएफटीएम यूनिवर्सिटी, मोरहाबादी के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग की ओर से 22 अप्रैल को राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. अर्थ डे के मौके पर आयोजित इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में पूरे देश के कृषि विश्वविद्यालयों सहित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के करीब 25 छात्रों ने भाग लिया.
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3 छात्रों को मिली सफलता
आईएफटीएम यूनिवर्सिटी की ओर से गुरूवार देर शाम इस प्रतियोगिता के पांच विजेताओं को ऑनलाइन सर्टिफिकेट भेजा गया. सभी 25 प्रतिभागी छात्र बीएयू के कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर से सम्बद्ध हैं. इनमें कॉलेज के फर्स्ट सेमेस्टर के एक छात्र और दो छात्राओं को सफलता मिली है. इन्होंने गत मार्च माह में कॉलेज के अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के सत्र 2020-21 में नामांकन कराया है. फिलहाल सभी छात्र ऑनलाइन माध्यमों से कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं.
विजेताओं को भेजा गया ई सर्टिफिकेट
प्रतियोगिता में छात्रों को 30 मिनट में अर्थ विषय से सबंधित 50 प्रश्नों का जवाब देना था. इस ऑनलाइन क्विज के प्राप्तांक के आधार पर आईएफटीएम यूनिवर्सिटी ने सफल विजेताओं को ई सर्टिफिकेट भेजा है, जिसके मुताबिक कॉलेज के छात्रों में हजारीबाग के दीपक राज को द्वितीय, रांची की आर्या कुमारी को तृतीय और धनबाद की प्रेरणा भारती को पांचवां स्थान मिला है. आईएफटीएम यूनिवर्सिटी ने सभी पांच सफल प्रतिभागियों को सरप्राइज गिफ्ट भी भेजने की बात कही है.
कॉलेज के लिए एक मिसाल कायम
कुलपति डॉ. ओएन सिंह ने छात्रों की इस सफलता को तीन साल से चल रहे कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर के लिए गौरव का क्षण बताया है. कोरोना काल में छात्रों ने ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर सफलता से कॉलेज के लिए एक मिसाल कायम की है. छात्रों की इस बड़ी सफलता पर कुलपति डॉ. ओएन सिंह, डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव, डॉ पीके सिंह, डॉ विनय कुमार, डॉ संयत मिश्रा एवं डॉ अवधेश कुमार सहित कॉलेज के टीचर्स ने बधाई दी है.
तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली आर्या कोरोना संक्रमित
ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ही धुर्वा के सेक्टर टू निवासी आर्या कुमारी पूरे परिवार के साथ कोरोना संक्रमित हैं. कोरोना से संक्रमित होते हुए आर्या ने निडरता और ऊंचे मनोबल के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया. इसमें भाग लेने के लिए पूरे परिवार ने प्रोत्साहित किया. इस सफलता में इनके पिता राकेश कुमार के मार्गदर्शन का बड़ा हाथ रहा है.
इनके पिता टी बोर्ड ऑफ इंडिया कोलकाता में सहायक निदेशक है. संक्रमित होने की वजह से अभी परिवार के साथ ही रह रहे हैं. उन्होंने आरएयू, पूसा से पीजी इन एग्रीकल्चर में किया है. परिवार में आर्या के पिता, माता, दादी और छोटा भाई कोरोना संक्रमित हैं. इनकी स्थिति में अभी सुधार है.