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गुजरात से पैदल चलकर पहुंचे झारखंड के 21 मजदूर, अब ग्रीन जोन को लेकर चिंतित

गुजरात से पैदल और ट्रक के जरिए झारखंड के रहने वाले 21 मजदूर दुर्ग पहुंचे हैं, जिन्हें पुलिस ने आश्रय स्थल में रखा है. चूंकि ये मजदूर गुजरात से निकले और महाराष्ट्र से होते हुए दुर्ग पहुंचे हैं, लिहाजा प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है.

workers of Jharkhand arrived
झारखंड के 21 मजदूर
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Published : Apr 23, 2020, 12:46 PM IST

दुर्ग: गुजरात से पैदल और ट्रक के जरिए दुर्ग पहुंचे झारखंड के 21 मजदूरों को दुर्ग के एक आश्रय स्थल में रखा गया है. सभी मजदूर झारखंड जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे. ये रास्ते में पैदल और विभिन्न गाड़ियों से लिफ्ट ले लेकर 18 अप्रैल से चलकर अब दुर्ग पहुंचे हैं. यहां पहुंचने पर उन्हें पुलिस ने आश्रय स्थल में रुकवाकर भोजन कराया.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

आश्रय स्थल में सभी प्रवासी मजदूरों को स्क्रीनिंग के बाद अलग-अलग आश्रय स्थल में रखा जाएगा. सभी मजदूर गुजरात के अहमदाबाद में एक बिल्डिंग निर्माण के काम में लगे थे. वहां खाने-पीने की व्यवस्था नहीं होने पर ये सभी अपने राज्य के लिए निकल पड़े. देश में लॉकडाउन के दौरान एक राज्य से दूसरे राज्य यहां तक कि एक जिले से दूसरे जिले जाने में पाबंदी लगी हुई है, ऐसे में इन मजदूरों का इतना लंबा सफर करके छत्तीसगढ़ के दुर्ग तक पहुंचना अपने आप में एक बड़ा सवाल है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में थूका तो होगी 6 महीने की सजा, तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध

गुजरात और महाराष्ट्र से आए मजदूरों को लेकर चिंता

हालांकि दुर्ग जिले में इन मजदूरों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है. गुजरात और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण भयावह रूप ले चुका है. ऐसे में मजदूरों का दोनों राज्यों से होकर आना स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन के लिए चिंता का सबब बन गया है. अब इन मजदूरों में से कोई भी अगर कोरोना पॉजिटिव निकला, तो एक बार फिर जिला ग्रीन जोन में जाने से पीछे रह जाएगा.

दुर्ग: गुजरात से पैदल और ट्रक के जरिए दुर्ग पहुंचे झारखंड के 21 मजदूरों को दुर्ग के एक आश्रय स्थल में रखा गया है. सभी मजदूर झारखंड जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे. ये रास्ते में पैदल और विभिन्न गाड़ियों से लिफ्ट ले लेकर 18 अप्रैल से चलकर अब दुर्ग पहुंचे हैं. यहां पहुंचने पर उन्हें पुलिस ने आश्रय स्थल में रुकवाकर भोजन कराया.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

आश्रय स्थल में सभी प्रवासी मजदूरों को स्क्रीनिंग के बाद अलग-अलग आश्रय स्थल में रखा जाएगा. सभी मजदूर गुजरात के अहमदाबाद में एक बिल्डिंग निर्माण के काम में लगे थे. वहां खाने-पीने की व्यवस्था नहीं होने पर ये सभी अपने राज्य के लिए निकल पड़े. देश में लॉकडाउन के दौरान एक राज्य से दूसरे राज्य यहां तक कि एक जिले से दूसरे जिले जाने में पाबंदी लगी हुई है, ऐसे में इन मजदूरों का इतना लंबा सफर करके छत्तीसगढ़ के दुर्ग तक पहुंचना अपने आप में एक बड़ा सवाल है.

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गुजरात और महाराष्ट्र से आए मजदूरों को लेकर चिंता

हालांकि दुर्ग जिले में इन मजदूरों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है. गुजरात और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण भयावह रूप ले चुका है. ऐसे में मजदूरों का दोनों राज्यों से होकर आना स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन के लिए चिंता का सबब बन गया है. अब इन मजदूरों में से कोई भी अगर कोरोना पॉजिटिव निकला, तो एक बार फिर जिला ग्रीन जोन में जाने से पीछे रह जाएगा.

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