रांची: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने चुनाव के वक्त जो जनता से वादा किए थे, उसे पूरा करने में विफल रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य के बेरोजगारों के लिए हेमंत सोरेन ने चुनाव के वक्त 7,000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था लेकिन सरकार में आने के बाद वह इसे पूरा करने में फेल रहे.
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युवाओं को किया है निराश
सरकार ने 5,000 हजार वार्षिक बेरोजगारी भत्ता तकनीकी रूप से प्रशिक्षित युवाओं को देने की घोषणा की है, जो युवाओं के साथ छलावा नहीं तो और क्या है. उन्होंने कहा कि यह घोषणा कहावत- खोदा पहाड़ निकली चुहिया जैसी है. जिसने युवाओं को निराश किया है.
पारा शिक्षकों की मांगों को भुला दिए हेमंत सोरेन
पारा शिक्षकों की ओर से किए जा रहे आंदोलन को सही बताते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन को यहां तक पहुंचाने में इन्हीं पारा शिक्षकों की देन है. सत्ता पाते ही हेमंत सोरेन पारा शिक्षकों की मांगों को भुला दिए. आज पारा शिक्षक आंदोलन पर उतारू हैं और सरकार की बेरहमी ऐसी की ऐसे जगह पर धरना देने को पारा शिक्षकों को छोड़ दिया है. जहां ना तो पानी की व्यवस्था है और ना ही महिलाओं के लिए शौचालय है.
हेमंत सोरेन पर जनता को ठगने का आरोप
उन्होंने हेमंत सोरेन पर जनता को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि निजी क्षेत्र में 75 फीसदी स्थानीय लोगों के लिए आरक्षण की घोषणा सरकार ने पहले ही की थी. इसका कितना लाभ मिलेगा वह वक्त ही बताएगा.