पलामू: पलामू के पाटन में माइनिंग के खिलाफ दर्जनों ग्रामीण आत्मदाह करने समाहरणालय पंहुचे थे. बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण माने और वापस लौट गए. ग्रामीणों ने अपने हाथों में केरोसिन और माचिस ले रखा था, ग्रमीणों के आत्मदाह को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. पलामू के पाटन थाना क्षेत्र के उताकी में स्टोन माइंस है, जिससे बड़े पैमाने पर माइनिंग हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि फर्जी आमसभा के बाद माइनिंग की अनुमति दी गई है.
माइंस नियम कानून को ताक पर रख कर माइनिंग किया है. माइंस में डूब कर आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि कई के घरों के दीवार दरक गए हैं. ग्रमीणों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार पलामू कचहरी में जमा हुए. उसके बाद सभी जुलूस की शक्ल में समाहरणालय पंहुचे थे. प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रसाद सिंह शेखावत, एसडीएम अजय कुमार बड़ाईक और एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता के ग्रामीणों को समझाया. जिसके बाद ग्रामीणों ने आत्मदाह नहीं किया और वापस लौट गए, अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा कि वे स्थल का जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे.