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हड़ताली डॉक्टरों ने किया 1 हजार से अधिक मरीजों का इलाज, सिविल सर्जन ने खुद संभाली कमान - झारखंड समाचार

पलामू में राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान सरकारी अस्पतालों में एक हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया गया. हड़ताली डॉक्टरों का कहना है कि इलाज करना हमारा धर्म है लेकिन इस आंदोलन में पूरी तरह से आईएमए के साथ हैं.

अस्पताल में इलाज के लिए भीड़
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Published : Jun 17, 2019, 11:53 PM IST

पलामू: आईएमए के आह्वान पर सोमवार को डॉक्टरों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान सरकारी अस्पतालों में एक हजार से अधिक मरीजों का इलाज हुआ. पलामू में सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी ने खुद मोर्चा संभाला था. पलामू के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रही लेकिन इमरजेंसी सेवा जारी रही.

देखें पूरी खबर

पलामू प्रमंडलीय सदर अस्पताल में शाम पांच बजे तक अकेले 500 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया. हड़ताल के दौरान डॉक्टरों के निजी क्लिनिक बंद रहे, पलामू के सिविल सर्जन ने बताया कि हड़ताल के दौरान भी अस्पताल में इलाज जारी है, मरीजों को हर तरह से मदद की जा रही है.

ये भी पढ़ें- झारखंड बीजेपी का दावा, NDA फोल्डर में रहकर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगा JDU

हड़ताल से मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. निजी क्लिनिक बंद रहने के कारण अस्प्ताल में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. हड़ताल का पलामू में आंशिक असर देखा गया. डॉक्टरों ने बताया कि वे मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन आंदोलन में पूरी तरह से आईएमए के साथ हैं.

पलामू: आईएमए के आह्वान पर सोमवार को डॉक्टरों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान सरकारी अस्पतालों में एक हजार से अधिक मरीजों का इलाज हुआ. पलामू में सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी ने खुद मोर्चा संभाला था. पलामू के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रही लेकिन इमरजेंसी सेवा जारी रही.

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पलामू प्रमंडलीय सदर अस्पताल में शाम पांच बजे तक अकेले 500 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया. हड़ताल के दौरान डॉक्टरों के निजी क्लिनिक बंद रहे, पलामू के सिविल सर्जन ने बताया कि हड़ताल के दौरान भी अस्पताल में इलाज जारी है, मरीजों को हर तरह से मदद की जा रही है.

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हड़ताल से मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. निजी क्लिनिक बंद रहने के कारण अस्प्ताल में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. हड़ताल का पलामू में आंशिक असर देखा गया. डॉक्टरों ने बताया कि वे मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन आंदोलन में पूरी तरह से आईएमए के साथ हैं.

Intro:हड़ताली डॉक्टरों ने इमरजेंसी में 1000 से अधिक मरीजो का किया इलाज, सिविल सर्जन ने खुद संभाली थी मोर्चा, निजी क्लिनिक रहे बंद

नीरज कुमार । पलामू

आईएमए के आह्वान पर सोमवार को डॉक्टरों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान पलामू के सरकारी अस्पतालों में 1000 से अधिक मरीजो का इलाज हुआ। पलामू में सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी ने खुद मोर्चा संभाली थी। पलामू के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रही लेकिन इमरजेंसी सेवा जारी रही । पलामू प्रमंडलीय सदर अस्पताल में शाम पांच बजे तक अकेले 500 से अधिक मरीजो का इलाज किया गया। हड़ताल के दौरान डॉक्टरों के निजी क्लिनिक बंद रहे। पलामू के सिविल सर्जन ने बताया कि हड़ताल के दौरान भी डॉक्टर अस्प्ताल में इलाज जारी है, मरीजो को हर तरह से मदद की जा रही है।


Body:हड़ताल से मरीजो को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। निजी क्लिनिक बंद रहने के कारण अस्प्ताल में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। हड़ताल का पलामू में आंशिक असर देखा गया। महिला डॉक्टरों ने बताया कि वे मरीजो का इलाज कर रही है लेकिन आंदोलन में आईएमए के पूरी तरह साथ है।


Conclusion:हड़ताली डॉक्टरों ने इमरजेंसी में 1000 से अधिक मरीजो का किया इलाज, सिविल सर्जन ने खुद संभाली थी मोर्चा, निजी क्लिनिक रहे बंद
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