पलामू: फिनो पेमेंट बैंक (Scam in Fino Payment Bank) में लाखों रुपय का घोटाला हुआ है, घोटाले के आरोप में पुलिस ने ब्रांच मैनेजर, क्लस्टर हेड और कैशियर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार क्लस्टर हेड राजीव रंजन बिहार के सारण का रहने वाला है, जबकि ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार और कैशियर अजीत कुमार कुशवाहा पलामू के नावा बाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. तीनों अधिकारी पिछले दो वर्षों से फिनो पेमेंट बैंक में घोटाला कर रहे थे.
फिनो पेमेंट कंपनी (Fino Payment Company) के रीजनल मैनेजर राजीव मिश्रा औचक निरीक्षण में पलामू पहुंचे थे. जांच के दौरान उन्होंने पाया कि पेमेंट कंपनी के 24 लाख रुपये कैश गायब है. पूरे मामले में उन्होंने कई कागजातों की जांच की जिसके बाद उन्होंने पाया कि कंपनी के के 24 लाख रुपय गायब हैं. जिसके बाद उन्होंने ने सभी के खिलाफ मेदिनीनगर टाउन थाना में एफआईआर दर्ज करवाया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिनो पेमेंट कंपनी में कई माइक्रो फाइनेंस कंपनी और निजी क्षेत्र के फाइनेंस कंपनियों के पैसे कैसे जमा होते थे.
दरअसल, ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार आठ वर्ष पहले फीनो पेमेंट बैंक में फील्ड ऑफिसर के रूप में जुड़ा था. मेदिनीनगर में बैंक का शाखा खोलने पर उसे ब्रांच मैनेजर बना दिया गया. बैंक मैनेजर बनने के बाद फील्ड ऑफिसर को मिलाकर उसने बैंक के रुपयों का घोटाला करना शुरू कर दिया. दोनों मिलकर अक्सर बैंक के कैश रुपयों को गायब कर देते थे. वरीय अधिकारियों के आने की सूचना के बाद गायब रुपयों का इंतजाम कर लॉकर में रख दिया जाता था, लेकिन रीजनल मैनेजर अचानक जांच करने पहुंचे थे जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. दोनों ने मिलकर बैंक के कैशियर को भी अपने साथ कर लिया था.
फीनो पेमेंट बैंक में लाखों का घोटाला, ब्रांच मैनेजर, क्लस्टर हेड और कैशियर गिरफ्तार - झारखंड समाचार
पलामू के फीनो पेमेंट बैंक में लाखों का घोटाला हुआ है (Scam in Fino Payment Bank). इस मामले में ब्रांच मैनेजर, क्लस्टर हेड और कैशियर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पलामू: फिनो पेमेंट बैंक (Scam in Fino Payment Bank) में लाखों रुपय का घोटाला हुआ है, घोटाले के आरोप में पुलिस ने ब्रांच मैनेजर, क्लस्टर हेड और कैशियर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार क्लस्टर हेड राजीव रंजन बिहार के सारण का रहने वाला है, जबकि ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार और कैशियर अजीत कुमार कुशवाहा पलामू के नावा बाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. तीनों अधिकारी पिछले दो वर्षों से फिनो पेमेंट बैंक में घोटाला कर रहे थे.
फिनो पेमेंट कंपनी (Fino Payment Company) के रीजनल मैनेजर राजीव मिश्रा औचक निरीक्षण में पलामू पहुंचे थे. जांच के दौरान उन्होंने पाया कि पेमेंट कंपनी के 24 लाख रुपये कैश गायब है. पूरे मामले में उन्होंने कई कागजातों की जांच की जिसके बाद उन्होंने पाया कि कंपनी के के 24 लाख रुपय गायब हैं. जिसके बाद उन्होंने ने सभी के खिलाफ मेदिनीनगर टाउन थाना में एफआईआर दर्ज करवाया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिनो पेमेंट कंपनी में कई माइक्रो फाइनेंस कंपनी और निजी क्षेत्र के फाइनेंस कंपनियों के पैसे कैसे जमा होते थे.
दरअसल, ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार आठ वर्ष पहले फीनो पेमेंट बैंक में फील्ड ऑफिसर के रूप में जुड़ा था. मेदिनीनगर में बैंक का शाखा खोलने पर उसे ब्रांच मैनेजर बना दिया गया. बैंक मैनेजर बनने के बाद फील्ड ऑफिसर को मिलाकर उसने बैंक के रुपयों का घोटाला करना शुरू कर दिया. दोनों मिलकर अक्सर बैंक के कैश रुपयों को गायब कर देते थे. वरीय अधिकारियों के आने की सूचना के बाद गायब रुपयों का इंतजाम कर लॉकर में रख दिया जाता था, लेकिन रीजनल मैनेजर अचानक जांच करने पहुंचे थे जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. दोनों ने मिलकर बैंक के कैशियर को भी अपने साथ कर लिया था.