पलामू: मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH) में डॉक्टरों पर निगरानी के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस टीम में सीनियर डाक्टर हैं. डॉक्टरों पर निगरानी के लिए जैसे ही टीम का गठन किया गया, वैसे ही MMCH का सीसीटीवी भी खराब हो गया है. दरअसल, कुछ दिनों पहले स्पेशल ब्रांच ने पलामू डीसी और एसपी को पत्र लिखकर यह बताया था कि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पर दलाल और दवाई माफिया हावी है.
मरीजों के इलाज के दौरान ओपीडी और इमरजेंसी में दलाल डॉक्टरों के साथ बैठते हैं. दलालों के कहने पर ही डॉक्टर मरीजों को महंगी दवाई लिखते हैं और कई जांच करवाते हैं. स्पेशल ब्रांच के पत्र के बाद एमएमसीएच प्रबंधन और जिला प्रशासन हरकत में आया था. पूरे मामले को लेकर एमएमसीएच प्रबंधन ने छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया है और इसकी जानकारी पलामू डीसी और एसपी को दी है. एमएमसीएच सुपरिटेंडेंट डॉ डीके सिंह ने बताया कि निगरानी के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जबकि अस्पताल में कई जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं जिस कारण सीसीटीवी खराब हो गया है.
MMCH के सीनियर एसोसिएट प्रोफेसर के मोबाइल से लिंक है सीसीटीवी: एमएमसीएच में निगरानी के लिए टीम का नेतृत्व एक सीनियर एसोसिएट प्रोफेसर कर रहे हैं. एसोसिएट प्रोफेसर के मोबाइल से ही सीसीटीवी लिंक है. एसोसिएट प्रोफेसर के मोबाइल में कई दलाल कैद हुए हैं. जो ओपीडी और इमरजेंसी में डॉक्टरों के साथ बैठते हैं. एसोसिएट प्रोफेसर दलालों के बैकग्राउंड के कारण कुछ भी कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं. उन्होंने मौखिक रूप से इसकी जानकारी पुलिस को भी दी है.
प्रतिदिन 600 से 700 मरीजों का होता है इलाज: एमएमसीएच पलामू प्रमंडल का रेफरल अस्पताल भी है. प्रतिदिन ओपीडी और इमरजेंसी में 600 से 700 के करीब यहां मरीजों का इलाज होता है. एमएमसीएच में पलामू गढ़वा लातेहार के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और यूपी के भी मरीज पहुंचते हैं.