जमशेदपुर: शहर में अलग-अलग जगहों से निकाला जाने वाला प्रसिद्ध भागवान जगन्नाथ की रथयात्रा इस बार नहीं निकाली गई. कोरोना सक्र॔मण को लेकर सभी मंदिर प्रशासन ने रथ नहीं निकालने की बात कही थी. शहर का सबसे बड़ा रथ यात्रा इस्कांन से निकाला जाता है. लेकिन गोलमुरी स्थित इस्कान टेंपल में भागवान जगन्नाथ की विधि विधान से पूजा-पाठ किया गया. उसके बाद उन्हे रथ में बैठा कर मंदिर परिसर में ही सांकेतिक रूप रथ को भ्रमण कराया गया.
मंदिर कमेटी के सदस्यों ने बताया कि भागवान जगन्नाथ का सुबह श्रृंगार किया गया. उसके बाद विधि विधान से पूजा का आयोजन किया गया. पूजा-अर्चना के बाद भागवान जगन्नाथ को रथ मे लाया गया और मंदिर परिसर में ही घुमाने के पश्चात रथ खड़ा कर दिया गया. जहां श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से दर्शन किया.
पोटका में भी हुई भगवान की पूजा
पोटका विधानसभा क्षेत्र के खासमहल स्थित जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की गई. सुबह से ही मंदिर में भक्तों के आने का तांता लगा रहा. इस दौरान मंदिर में आने वाले भक्तों का थर्मल स्क्रीनिंग कर हाथों को सेनिटाइज किया गया है. मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्तों ने पूजा अर्चना की.
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मंदिर के बाहर रथ को सजाया गया था, जहां भगवान के स्थान पर पंडितों ने मंत्रोचारण के साथ बिना मूर्ती की पूजा अर्चना की है. बता दे कि कोरोना महामारी के संकट के कारण इस साल रथ यात्रा के लिए अनुमति नहीं दी गई है. सिर्फ पूरी स्थित मंदिर से रथ यात्रा की अनुमति मिली है. जमशेदपुर के जगन्नाथ मंदिर के पुजारी श्यामसुंदर ने बताया है कि कोविड-19 के कारण इस बार रथ यात्रा नहीं निकाली जा रही है, लेकिन भक्तों ने पूजा अर्चना की है. आस्था में कोई कमी नहीं है.