जमशेदपुर: लौहनगरी से सटे डिमना लेक जाने वाली इस सड़क पर कई लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. यहां हर दूसरे दिन एक सड़क हादसा होता है.
युवाओं की सबसे ज्यादा मौत
पोस्टमार्टम हाउस के जरिए मिले आंकड़े बताते हैं कि इस सड़क से गुजरना कितना खतरनाक है. 2018 के आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम में जनवरी महीने में 32 लोगों की जान गई. एक अनुमान के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम में हर साल करीब ढाई सौ लोगों की जान सड़क हादसों में जाती है. इसमें युवाओं की संख्या ज्यादा है.
संकीर्ण और घुमावदार रास्ते
वहीं, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दोपहिया वाहनों पर चलने वाले लोगों पर खतरा सबसे ज्यादा है. इसमें हेलमेट नहीं पहनने के कारण सबसे ज्यादा मौत होती है. इस रास्ते पर दुर्घटना होने की सबसे बड़ी वजह इसका संकीर्ण और घुमावदार होना है. सामने से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते और स्पीड लिमिट की अनदेखी के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
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सड़क दुर्घटना में हर साल इजाफा
बहरहाल सड़क दुर्घटना में हर साल इजाफा हो रहा है. जानकारों की मानें तो ट्रैफिक नियमों का पालन करने और कम रफ्तार में वाहन चलाने से सड़क हादसों से बचा जा सकता है.