जमशेदपुरः पिछले दिनों लगातार बारिश के बाद नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई थी. अब बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों से निकल रहा है. लेकिन गंदगी फैली है, जिससे लोगों में महामारी फैलने का खतरा सता रहा है. इस खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं.
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जमशेदपुर में लगातार बारिश हो रही थी. इससे नदी के तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में थे. अब बाढ़ का पानी धीरे धीरे निकल रहा है. हालांकि, बाढ़ के बाद इलाके में फैली गंदगी से लोगों को महामारी का डर सता रहा है. इस डर की वजह है कि बीमार होने वालों की संख्या बढ़ गई है. अस्पतालों में पेट दर्द, दस्त और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक है. इस स्थिति को देखते हुए सिविल सर्जन ने सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
पूर्वी सिंहभूम सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने बाढ़ के पानी जाने के बाद मलबा और कचरा रह जाता है. इससे डायरिया और मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इस खतरा को देखते हुए प्रशासन की ओर से साफ सफाई के साथ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीमारी से बचने के लिए खाने को गर्म कर खाना चाहिए. वर्तमान समय में बासी खाना खाने से परहेज करना चाहिए. उन्होंने आमलोगों से अपील करते हुए कहा कि पानी भी गर्म कर पिये. इसके साथ ही अत्यधिक तेल मसाला की चीजों को खाने से बचे. उन्होंने कहा कि बार बार दस्त, उल्टी या बदन दर्द होने पर घरेलू नुख्से ना अपनाएं. शीघ्र नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर डॉक्टर से सलाह लें.