जमेशदपुर/घाटशिला: बड़ाजुडी गांव को सांसद आदर्श गांव घोषित किया गया है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. लोग यहां आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रहे हैं.
बड़ाजुडी गांव को सांसद आदर्श गांव का दर्जा तो मिला, लेकिन उसके अनुरूप इस गांव को आदर्श बनाने के लिए कोई काम नहीं हुआ. गांव के लोगों को पेयजल और सड़क के लिए भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं.
ये भी पढ़ें- मतदान कर्मियों का होगा मेडिकल चेकअप, गलत पाए जाने पर सेवा से होंगे बर्खास्त
ग्रामीणों का कहना है कि आदर्श गांव में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. गांव के अंदर सड़क की कोई उचित व्यवस्था नहीं है और ना ही पीने के लिए स्वच्छ पानी है. लोगों ने बताया कि कई बार आवेदन दिया जा चुका है. लेकिन समाधान नहीं हुआ.
अब लोगों को इंतजार है उस वक्त का कि कब उनके अच्छे दिन आएंगे और जनप्रतिनिधि उनकी आशाओं पर खरे उतरेंगे.