जमशेदपुर: शहर के साकची गोलचक्कर के पास आमरा बंगाली मंच की ओर से मातृभाषा दिवस मनाया गया. बांग्ला भाषा को संरक्षित करने में योगदान देने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. सांकेतिक रूप से कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए मातृभाषा दिवस मनाया गया.
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इस दौरान आमरा बंगाली मंच के सभी सदस्यों ने अपने मातृभाषा बंगाली भाषा को संरक्षित करने का संकल्प लिया. आमरा बंगाली मंच के सदस्य ने कहा कि पूरे पूर्वी भारत में बांग्ला भाषा-भाषी की संख्या ज्यादा है. झारखंड राज्य में भी बांग्ला भाषा-भाषी लोग काफी संख्या में निवास करते हैं. कई सालों से बांग्ला को द्वियीय राज्य भाषा का दर्जा देने की मांग की जा रही है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. राज्य सरकार से मांग करते है कि बांग्ला भाषा को बढ़ावा दे और इस भाषा को द्वितीय राज्य भाषा का दर्जा प्रदान करें.