जमशेदपुर: देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी टाटा स्टील में लक्ष्मी की हत्या की गुत्थी के सुलझने के बाद मंगलवार की सुबह बागबेड़ा निवासी उमेश पांडेय ने खुदकुशी कर ली. उमेश ने टाटा स्टील कंपनी के अंदर ही फांसी के फंदे से झूलकर जान दी.
कर्ज में डूबा था उमेश
बता दें कि करीब 20 लाख तक के कर्ज में उमेश पांडेय डूबे हुए थे. उमेश बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर छह के रहने वाले थे. मृतक के बड़े भाई की किडनी दो वर्ष पहले खराब हो चुकी थी. उमेश टाटा स्टील कंपनी परिसर में दस वर्षों से ठेकेदार का काम कर रहा था.
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सुसाइड नोट बरामद
उमेश की आर्थिक तंगी के कारण पत्नी और बच्चे भी अलग रहते थे. इधर पुलिस की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, आठ महीने से उमेश के पास पैसे नहीं थे. जिसके कारण उमेश ने आत्महत्या कर ली. मृतक के पर्स से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है. जिसमें आर्थिक परेशानियों के कारण आत्महत्या की बात सामने आ रही है.