जमशेदपुर: टाटानगर गुड्स यार्ड से रेल मार्ग के जरिए मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन को उत्तर प्रदेश लखनऊ के लिए भेजा गया है. टाटानगर रेलवे के एरिया मैनेजर ने बताया कि 5 वैगन में ऑक्सीजन के 10 टैंक को जीवन रक्षक ट्रेन से रवाना किया गया. ट्रेन 17 घंटे में लखनऊ पहुंचेगी.
देश में कोरोना के दूसरे चरण में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. देश के कई प्रदेश में ऑक्सीजन के अभाव में कोविड मरीजों की मौत हो रही है. ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए देश के कई ऑक्सीजन प्लांट से टैंक के जरिए ऑक्सीजन भेजी जा रही है. इधर, झारखंड में जमशेदपुर के बर्मामाइंस स्थित लिंडे ऑक्सीजन प्लांट से देश के कई प्रदेशों में सड़क मार्ग के जरिये ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है.
इसी क्रम में रेल मार्ग से ऑक्सीजन का टैंक उत्तरप्रदेश के लखनऊ के लिए रवाना किया गया है. सोमवार शाम 6 बजकर 17 मिनट पर ट्रेन भारी बारिश के बीच रवाना हुई. ऑक्सीजन ले जाने वाली ट्रेन का नाम जीवन रक्षक रखा गया है. मालवाहक 5 वैगन में मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन के 10 टैंक को लखनऊ भेजा गया है. प्रत्येक टैंक में 8.5 टन ऑक्सीजन है. सुरक्षा के मद्देनजर ऑक्सीजन टैंक वाले वैगन के आगे और पीछे दो-दो खाली वैगन लगाए गए. पीछे एक कोच में आरपीएफ कि टीम के साथ रेलवे के तकनीकी विभाग के कर्मचारी के साथ लिंडे ऑक्सीजन प्लांट के कर्मचारी भी हैं.
टाटानगर रेलवे के एरिया मैनेजर विनोद कुमार ने बताया कि टाटानगर से रेल मार्ग से पहली बार ऑक्सीजन का टैंक दूसरे प्रदेश के लिए रवाना किया गया है. इस ट्रेन का नाम जीवन रक्षक रखा गया है, जो 17 घंटे के अंदर उत्तर प्रदेश के लखनऊ पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि यह ट्रेन नॉन स्टॉप चलेगी, जिसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. सुरक्षा के लिए एक कोच में आरपीएफ की टीम को रवाना किया गया है.