जमशेदपुर: साकची गोलचक्कर के पास उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब एक महिला बीच सड़क पर ट्राफिक पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ धरना पर बैठ गई. हालांकि काफी समझाने के बाद वह सड़क से उठी. वह महिला झारखंड सरकार के परिवहन मंत्री चंपाई सोरेने की बेटी दुखनी सोरेन थी.
दरअसल, जमशेदपुर के ट्रैफिक पुलिस ने साकची गोलचक्कर के पास हेलमेट, मास्क जांच अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान चंपई सोरने की बेटी दुखनी परिवार के अपने सदस्य के साथ साकची जा रही थी. जिसके बाद वहां बैठे ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने उसकी चालान काट दी. जिससे वह नाराज हो गई और धरने पर बैठ गई.
वहीं, दुखनी सोरेन का आरोप है कि वाहन चेकिंग अभियान के नाम पर पुलिस लोगों को परेशान करती है. वह फाइन देने को तैयार है, लेकिन लोगों को परेशान किया जा रहा है. इस कारण वह घरने पर बैठी है. उन्होंने कहा कि चेकिंग करने वाले पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाए.
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इसे लेकर साकची यातायात थाना प्रभारी अनिल नायक ने कहा कि नियम के तहत दुखनी सोरेन को बिना हेलमेट के पकड़ा गया है, दुखनी सोरेन को फाइन देने को कहा गया तो उन्होंने हंगामा शरू कर दिया. पुलिस ने उनके सात कोई बदसलूकी नहीं की है.