जमशेदपुर: अनलॉक-1 के शुरू होते ही जमशेदपुर में आत्महत्या जैसी घटना बढ़ गई है. मिनी भारत की पहचान बनाने वाले इस शहर में आये दिन औसतन 1 से 2 जान जा रही है. जिसपर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि कई एनजीओ से बात हुई है, जो राज्य भर के शैक्षणिक संस्थानों में जाकर युवा पीढ़ी को मोटिवेट करेंगे. उन्होंने वर्तमान हालात में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग करने को कहा ना कि मनोडिस्टेंसिंग.
'स्टील सिटी ग्रीन सिटी क्लीन सिटी' के नाम से पहचान बनाने वाला शहर जमशेदपुर में आत्महत्या की घटना बढ़ती जा रही है. आये दिन 1 से 2 आत्महत्या की खबर सुर्खियों में ही रहती है. आत्महत्या करने वालों में 40 साल से कम उम्र के लोग शामिल हैं. इस तरह की घटना अब शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी घट रही है, जो एक चिंता का विषय बना हुआ है.
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बढ़ती आत्महत्या जैसी घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अकेलापन सबसे बड़ा कारण है. ऐसी घटना को रोकने के लिए कुछ एनजीओ से बात हुई है जो राज्य भर के शैक्षणिक संस्थानों में जाकर छात्र-छत्राओं और युवा पीढ़ी को मोटिवेट करेंगे. आज एक दूसरे से मन की बात करने की जरूरत है एक दूसरे को सहारा देने की जरूरत है. वर्तमान में आर्थिक तंगी भी आत्महत्या का कारण है.
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समय के साथ बदलते परिवेश में परिवार का बिखराव भी हुआ है जो आत्महत्या का एक कारण है. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि एकल परिवार में घटनाएं घटती हैं, संयुक्त परिवार में आत्महत्या जैसी घटना नहीं घटती है.