ETV Bharat / city

विस्थापित संघर्ष समिति ने डीसी को सौंपा मांग पत्र, विस्थापितों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग - Tata Steel Company

जमशेदपुर में विस्थापित संघर्ष समिति ने टाटा स्टील कंपनी की स्थापना के समय विस्थापितों के पुनर्वास, मुआवजा और नौकरी देने को लेकर डीसी रविशंकर शुक्ला को मांग पत्र सौंपा. मौके पर समिति ने कहा कि अगर प्रशासन इस ओर जल्द कोई कदम नहीं उठाती तो समिति विस्थापितों के साथ आंदोलन करेगी.

Displaced conflict committee in Jamshedpur handed over demand letter to DC Ravi Shankar Shukla
विस्थापित संघर्ष समिति ने डीसी को सौंपा मांग पत्र
author img

By

Published : Feb 14, 2020, 4:26 PM IST

जमशेदपुर: विस्थापित संघर्ष समिति ने टाटा स्टील कंपनी की स्थापना काल में हुए विस्थापितों को पुनर्वास मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर टाटा विस्थापित संघर्ष समिति ने पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को मांग पत्र सौंपा है. समिति के केंद्रीय संयोजक ने बताया कि चार बार प्रबंधन और विस्थापितों के बीच वार्ता होने के बावजूद फैसला नहीं आया. उन्होंने कहा कि अगर 3 मार्च तक जिला प्रशासन पहल नहीं करती है तो आंदोलन किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू पहुंची धनबाद, राष्ट्रीय सेमिनार का किया उद्घाटन

वहीं, टाटा विस्थापित संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक हरमोहन महतो ने बताया कि टाटा कंपनी के स्थापना काल में जमशेदपुर और आसपास के 18 मौजा के लगभग 15 हजार ग्रामीण विस्थापित हुए थे. उनके पुनर्वास और मुआवजा को लेकर लगातार समिति आंदोलन करती आ रही है.

इस मामले में जिला प्रशासन, कंपनी प्रबंधन और विस्थापितों के बीच चार बार वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन फैसला अभी तक नहीं आया है. ऐसे में विस्थापितों में काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस मामले में विस्थापितों के जमीन के खतियान और अन्य कागजात की जांच कर प्रबंधन के साथ 3 मार्च से पहले वार्ता कर फैसला दें अन्यथा 3 मार्च के दिन टाटा विस्थापित संघर्ष समिति विस्थापितों के साथ आंदोलन करेगी.

जमशेदपुर: विस्थापित संघर्ष समिति ने टाटा स्टील कंपनी की स्थापना काल में हुए विस्थापितों को पुनर्वास मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर टाटा विस्थापित संघर्ष समिति ने पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को मांग पत्र सौंपा है. समिति के केंद्रीय संयोजक ने बताया कि चार बार प्रबंधन और विस्थापितों के बीच वार्ता होने के बावजूद फैसला नहीं आया. उन्होंने कहा कि अगर 3 मार्च तक जिला प्रशासन पहल नहीं करती है तो आंदोलन किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू पहुंची धनबाद, राष्ट्रीय सेमिनार का किया उद्घाटन

वहीं, टाटा विस्थापित संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक हरमोहन महतो ने बताया कि टाटा कंपनी के स्थापना काल में जमशेदपुर और आसपास के 18 मौजा के लगभग 15 हजार ग्रामीण विस्थापित हुए थे. उनके पुनर्वास और मुआवजा को लेकर लगातार समिति आंदोलन करती आ रही है.

इस मामले में जिला प्रशासन, कंपनी प्रबंधन और विस्थापितों के बीच चार बार वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन फैसला अभी तक नहीं आया है. ऐसे में विस्थापितों में काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस मामले में विस्थापितों के जमीन के खतियान और अन्य कागजात की जांच कर प्रबंधन के साथ 3 मार्च से पहले वार्ता कर फैसला दें अन्यथा 3 मार्च के दिन टाटा विस्थापित संघर्ष समिति विस्थापितों के साथ आंदोलन करेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.