हजारीबाग: जिले में कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. सोमवार को 46 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसमें हजारीबाग के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह की 1 साल की बेटी समेत 14 आवासीय कार्यालय के कर्मी शामिल हैं. सभी को अब बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड लाया जा रहा है. बीते रविवार को उपायुक्त के परिजन संक्रमित पाए जाने के बाद पूरा परिवार समेत 33 कर्मियों का स्वाब टेस्ट के लिए लिया गया था. जिसमें आज 14 लोगों को संक्रमित पाया गया है. वहीं, उपायुक्त और उनकी पत्नी समेत परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं.
बता दें कि हजारीबाग के कल्लू चौक में एक ही इलाके से 8 लोग संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, हजारीबाग के उपायुक्त उमेश प्रताप सिंह ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर विशेष एहतियात बरतने की अपील आम लोगों से किया है. बता दें कि हजारीबाग के कई क्षेत्रों को इन दिनों कंटेंमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. शहर में 144 धारा भी लगा दिया गया है.
हजारीबाग समाहरणालय तीन दिनों के लिए बंद
कोरोना संक्रमण के कारण अब एहतियात के तौर पर समाहरणालय कार्यालय अगले 3 दिन तक बंद कर सेनेटाइजेशन का कार्य किया जाएगा. दैनिक कार्यों का संपादन ऑनलाइन किया जाएगा. वहीं, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट का कार्यालय एचएमसीएच में शिफ्ट कर दिया गया है. अब एचएमसीएच के एनाटॉमी विभाग के भवन से ही अस्पताल चलाया जाएगा. दरअसल हाल के दिनों में कई लोग संक्रमित पाए गए हैं. ऐसे में समाहरणालय परिसर में भी लोगों का आना जाना लगा रहता था. इसके मद्देनजर यह फैसला लिया गया है तो दूसरी ओर 12 से अधिक अस्पताल कर्मी संक्रमित हुए हैं. इस कारण कार्यालय पीएमसीएच में शिफ्ट कर दिया गया है.
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बता दें कि इसके पहले भी हजारीबाग एसडीओ कोर्ट अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था. अब समाहरणालय 3 दिनों के लिए बंद रहेगा. ऐसे में आम लोगों को नियमों का पालन करने की जरूरत है. घर से निकले तो मास्क का उपयोग करें और अनावश्यक घर से निकलने से परहेज करें.