जमशेदपुरः कोरोना महामारी के शिकंजे से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. रोजगार छिन गए थे. लोग खौफ में और निराश थे पर निराशा का अंधेरा छंटने लगा है. लोगों ने कामकाज शुरू कर दिया है. जिंदगी पटरी पर लौट रही है. इसका असर बाजारों में भी दिख रहा है. ग्राहक लौटने लगे हैं. दुर्गा पूजा, धनतेरस और दीपावली की परंपरा का इसे सहारा मिला है. मनपसंद सामानों की पूछताछ बढ़ने से व्यापारियों को व्यापार का चक्का घूमने और शुभ-लाभ की उम्मीद बढ़ गई है.
कपड़ा व्यवसायी हर्ष कुमार का कहना है कि दीपावली पर्व के चलते बाजार में रौनक देखने को मिल रही है. त्योहार के लिए आम लोग नए कपड़े खरीदने के लिए दुकानों का रूख कर रहे हैं. ऐसे में कपडे़ व्यवसाय से जुड़े दुकानदारों का कारोबार अच्छा होने की उम्मीद है. आम तौर पर त्योहारी सीजन में साक्षी बाजार में रोजाना चार-पांच करोड़ और सीजन में 20 करोड़ तक का कारोबार हो जाता है.
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वहीं आभूषण और स्टील व्यवसायियों की मानें तो इस बार धनतेरस का बाजार तकरीबन 40 करोड़ के करीब हो सकता है. इसको लेकर कारोबारियों ने तैयारी कर ली है. आभूषण कारोबारियों द्वारा धनतेरस में नए डिजाइन की ज्वैलरी सजाई गई है, जो ग्राहकों को लुभा रही है. दीपावली से दो दिन पूर्व मनाए जाने वाले धनतेरस को लेकर बर्तन और वाहन की खरीद में भी बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं. जमशेदपुर में कोरोना के कहर के कारण बाजार खुलने के बाद अब आने वाले पर्व -त्योहार पर ही दुकानदारों की उम्मीद टिकी हुई है.
50 करोड़ तक का बाजार होने के आसार
वहीं चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव विजय आनंद मुनका का कहना है कि कोरोना के कहर के कारण बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा था. इधर पर्व की शुरुआत होते ही बाजारों में लोगों की चहलदमी बढ़ी है. वर्ष 2019 में जमशेदपुर में आभूषण, स्टील और कपड़ा का बाजार तकरीबन साठ करोड़ के ऊपर का हुआ था. कोरोना से उबरने के बाद कारोबार अच्छा होने की उम्मीद है पर पिछले साल जैसा होने की उम्मीद कम है पर जमशेदपुर में इस वर्ष तकरीबन पचास करोड़ तक बाजार होने का आसार है.