जमशेदपुरः प्रदेश के औद्योगिक शहर जमशेदपुर में धनतेरस बाजार का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. सरकार की ओर से कोरोना को लेकर लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद देर रात तक बाजारों में भीड़ उमड़ रही है. सोना-चांदी के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स और बर्तन के दुकानों में लोग खरीददारी करते दिख रहे हैं. कोरोना, ऑनलाइन शॉपिंग और महंगाई का असर बाजार पर देखने को मिल रहा है. पिछले दो साल के मुकाबले अब तक तो बाजार सामान्य ही है.
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रोशनी का पर्व दीपावली से पूर्व धनतेरस के लिए बाजार पूरी तरह सज जाता है. सोना-चांदी के ज्वेलर्स शॉप के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम और बर्तन के दुकानों में जमकर खरीदारी होती है. 2020 के कोरोना काल के बाद इस वर्ष संक्रमण के मामलों में कमी और कोरोना टीकाकरण होने के कारण जमशेदपुर में धनतेरस के दिन के साथ-साथ देर रात तक बाजारों में भीड़ देखने को मिल रही है. लॉकडाउन में छूट मिलने कारण लोग बाजारों में खरीदारी करते नजर आ रहे हैं.
साल 2020 के बाद इस साल धनतेरस को लेकर दुकानदार ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयारी कर ली थी. भीड़ से बचने के लिए लोगों ने अपने पसंद की चीजों को पहले से एडवांस बुक कर दिया था, जिससे दुकानदारों को लाभ हुआ है. लेकिन धनतेरस के बाजार से दुकानदारों को जो उम्मीद थी वो पूरा नहीं हो पा रहा है.
ऑनलाइन शॉपिंग का बाजार पर असर
कोल्हान के सबसे बड़े व्यवसायिक संगठन सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विजय आनंद मुनका बताते हैं कि 2020 की अपेक्षा इस साल धनतेरस का बाजार बेहतर नहीं रहा. ऑनलाइन शॉपिंग में सेल और भारी छूट ने बाजार पर बड़ा असर डाला है. इस संदर्भ में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री से पत्राचार और वार्ता भी हुई है कि ऑनलाइन ट्रेड में भारी छूट की समीक्षा करें और देखें की राजस्व का कितना नुकसान हो रहा है. लेकिन हर बार की इस बार भी महंगाई ने भी धनतेरस बाजार पर खासा असर डाला है.
धनतेरस में धातु निर्मित वस्तुओं के अलावा अब लोगों का रुझान इलेक्ट्रॉनिक्स सामान पर है. यही वजह है कि दीपावली, धनतेरस में आकर्षक गिफ्ट छूट की बौछार रहती है. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स में धनतेरस की खरीदारी सामान्य रहा. शहर में 40 वर्षों से ज्यादा समय से इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का कारोबार करने वाले दुकानदार बताते हैं कि शहर में इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के 7 बड़ी दुकानें हैं. 2020 में जो आंकड़ा था, इस साल मिला जुला देखने को मिल रहा है. लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग सबसे बड़ी चुनौती है. जिसके कारण ऑनलाइन के बराबर मूल्य पर ग्राहकों को सामान बेचा गया है लेकिन ग्रोथ नहीं है.
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स्टील के बर्तन में 30 फीसदी तक मुल्य वृद्धि
बर्तन दुकानों में भी लोगों ने खरीदारी की है. आम तौर पर स्टील, पीतल, कांसा के बर्तन की बिक्री ज्यादा होती है. लेकिन स्टील के अलावा अन्य धातुओं का भाव बढ़ने के कारण बर्तन का बाजार सामान्य रहा. दुकानदार बताते है कि 2019 और 2020 के मुकाबले इस साल धनतेरस के बाजार कम रहा. महंगाई के अलावा ऑनलाइन शॉपिंग सबसे बड़ा कारण रहा है. क्योंकि इस वर्ष स्टील के बर्तन में 25 से 30 प्रतिशत मुल्य की वृद्धि हुई है.
बाजार में धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, ड्राई फ्रूट्स और घरों की सजावट के लिए सुंदर आकर्षक रंगीन लाइट की खरीदारी अच्छी रही है. वहीं धनतेरस में सोना चांदी खरीदना भी शुभ माना जाता है. ज्वेलर्स शॉप में चांदी के सिक्के की खरीदारी बेहतर हुई है जबकि सोने के जेवर की बिक्री भी 2019 के बराबर रहा है. डॉयमंड ज्वेलरी के तरफ भी लोगों का रुझान देखने को मिला. सौ साल पुराने ज्वेलर्स शॉप के मालिक का कहना है धनतेरस का बाजार अब तक बेहतर रहा है. ग्राहकों ने पूर्व से बुकिंग कराकर धनतेरस के दिन जेवर की डिलीवरी ले रहे हैं.
धनतेरस के अलावा आने वाला समय विवाह का लगन है. जिसे देखते हुए जिनके घरों में शादी विवाह होना है वैसे परिवार वाले धनतेरस में ही गहनों की खरीदारी कर रहे हैं. कुछ ज्वेलर्स दुकानदार का कहना है दो साल बाद बाजार धनतेरस के बाजार में रौनक आई है. अभी मार्केट कुछ बेहतर हुआ है लेकिन सेल का आंकड़ा कम रहा है बाजार पूरी तरह सुधरने में थोड़ा वक्त लगेगा.
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लोग बजट में कर रहे परंपरा का निर्वहन
जमशेदपुर का प्रमुख बाजार साकची और बिस्टुपुर में धनतेरस को लेकर दुकानें सजायी गयी हैं. धनतेरस की खरीदारी करने वाले ग्राहक सदन कुमार का कहना है लॉकडाउन के हटने से बाजार करने में उत्साह बढ़ा है. लोग अपने बजट के अनुसार सामान खरीद रहे हैं. जबकि रेशमा ने बताया कि कोरोना के बाद बाजार मंहगा हुआ है, सामान का दाम बढ़ा है. लेकिन जो जरूरत की चीज है उसे तो लेना जरूरी है.
धनतेरस की खरीदारी के लिए शहर के आसपास इलाके से आए लोग देर रात तक परिवार के साथ बाजार में घूमते दिखे. ग्राहक भी बाजार भाव से प्रभावित हैं लेकिन वर्षों से चली आ रही परंपरा को निभाने में भी लोग पीछे नहीं है. इंद्रजीत कौर का कहना है बाजार पहले से मंहगा हुआ है. लेकिन पर्व भी मनाना है, साल में एक बार लक्ष्मी पूजा मनाते है तो खरीदारी करना जरूरी है. कुछ ऐसे भी लोग हैं जो वर्तमान हालात को देखते हुए इन्वेस्ट कर रहे हैं. माला देवी का कहना है सोच-समझकर खरीदारी कर रहे हैं, जिससे आने वाले समय में कोई परेशानी ना हो.
घर में सुख, शांति और समृद्धि के लिए मनाया जाने वाला दीपावली के धनतेरस में कारोबार का आंकड़ा भले ही सामान्य है. लेकिन लोगों में इस बात की उम्मीद है कि आने वाला दिन बेहतर होगा और कारोबार का आंकड़ा भी बढ़ेगा.