जमशेदपुर: कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में बंद सिनेमा हॉल गुरुवार से खुल रहा है. केंद्र सरकार 15 अक्टूबर से गाइडलाइन का पालन करते हुए हॉल खोलने का निर्देश दे दी है. कोरोना काल में बॉलीवुड इंडस्ट्री अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजरी है. बॉलीवुड अभिनेता से लेकर दर्शक तक सिनेमाघर खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
सात महीनों के बाद सिनेमाघर 15 अक्टूबर को खोल दिए जाएंगे. इसके लिए केंद्र सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किया है. जमशेदपुर में भी इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. सिनेमाघरों में काम करने वाले कर्मचारियों के मुताबिक, पहले से ज्यादा काम का भार बढ़ जाएगा. कोरोना के कहर के कारण सिनेमाघरों में ज्यादातर सीट भी नहीं भर पाएगी, जिसके कारण सिनेमाघरों के मालिकों को लाभ भी कम मिलेगा.
सरकार से मदद की गुहार
वहीं, सिनेमाघरों के मालिकों का मानना है कि कोरोना काल में फिल्म इंडस्ट्री की कमर टूट चुकी है. 17 मार्च से सिनेमाघर के बंद होने से करोड़ों रुपये का नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. सिनेमाघर बंद होने से इस दौरान रिलीज होने वाली फिल्म सिनेमा घरों में प्रदर्शित नहीं होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. सिनेमाघरों के मालिकों ने सरकार से राजस्व में कुछ रियायत देने की मांग की है ताकि इस व्यवसाय को जीवित रखा जा सके. इसके साथ ही इससे जुड़े जो अकुशल श्रमिक हैं, उनके समक्ष भी संकट गहरा गया है.
50 फीसदी दर्शक बैठने की क्षमता
केंद्र सरकार के नियम के मुताबिक, किसी भी सिनेमाघरों में दर्शकों के लिए 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता होगी. एक सीट से दूसरे सीट पर दर्शकों को दूरी का पालन करना होगा. एक फिल्म के समाप्त होने के बाद सिनेमाघरों को सेनेटाइज करना होगा. इसके साथ ही मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
सिनेमाघरों की स्थिति
जमशेदपुर में दो मल्टीस्क्रीन सिनेमाघर हैं. एक सिंगल स्क्रीन. ऐसे में जमशेदपुर के दर्शकों के लिए सिनेमाघर खुलना खुशी की बात है, लेकिन कहीं न कहीं दर्शकों के मन में भी डर का माहौल है. दर्शकों के मुताबिक फिल्म देखने के लिए सिनेमाघरों में जाएंगे, लेकिन साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए.