हजारीबाग: तेलंगाना से चलकर झारखंड के प्रवासी मजदूर अपनी धरती पर पहुंच चुके हैं. सुबह के 5 बजे उन्हें विशेष बस से हजारीबाग लाया गया, जहां से उन्हें अपने-अपने गांव भेजा जा रहा है. ऐसे में मजदूरों का चेहरा खिला हुआ है और वह अपने सारे दुख दर्द को भी भूल चुके हैं.
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगभग 1200 मजदूर तेलंगाना में झारखंड के फंसे हुए थे, जिन्हें विशेष ट्रेन के जरिए रांची लाया गया. रांची लाने के बाद उन लोगों को अलग-अलग बसों से उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया. ऐसे में 26 मजदूर हजारीबाग के भी तेलंगना में फंसे हुए थे. उन्हें भी सकुशल रांची से हजारीबाग विशेष बस से लाया गया. इस दौरान मजदूरों की चेहरे में खुशी देखने लायक थी, जो अपने सारे गम और दुख को भूल चुके हैं.
मजदूरों ने झारखंड सरकार को धन्यवाद दिया. रांची रेलवे स्टेशन में पहुंचने के बाद सभी मजदूरों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया और फिर बसों में बैठाया गया. इस दौरान गुलाब फूल से उनका स्वागत किया गया. अब ये मजदूर हजारीबाग पहुंच चुके हैं, लेकिन 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे.
मजदूरों का कहना है कि अब वह बाहर जाने की सोच भी नहीं सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पिछला एक महीना जीवन का गुजरा है वह बुरा सपना से कम नहीं था. हम लोगों को वहां लॉकडाउन के समय पैसा तक नहीं मिला. जिसके कारण काफी परेशानी हुई, लेकिन झारखंड सरकार की मदद से हम लोगों को खाना दिया गया, लेकिन अब हम अपनी धरती पहुंच चुके हैं. हमें बहुत खुशी है.
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26 प्रवासी मजदूर
- कटकमसांडी- 2
- इचाक- 7
- दाडी- 1
- बरही- 1
- बड़कागांव- 7
- चूरचू- 4
- चौपारण- 4