हजारीबाग: बुधवार का दिन हजारीबाग के लिए बेहद खास रहा. सूबे के मुख्यमंत्री ने जहां एक ओर कोनार सिंचाई परियोजना जनता के नाम किया तो दूसरी ओर हजारीबाग मुख्यालय में उज्ज्वला योजना कार्यक्रम में कई सौगात राज्यवासियों को दिया.
200 करोड़ रुपए की 68 योजनाओं का शिलान्यास और 200 करोड़ रुपए की 34 योजनाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा राज्य की गरीब परिवार की महिलाएं दूसरा रिफिल भरवाने में असमर्थ थी. सरकार ने राज्य की बहनों की पीड़ा को समझा और उन्हें मुफ्त दूसरा रिफिल प्रदान करने का वादा रक्षाबंधन के दिन किया. 23 अगस्त को कोल्हान की धरती से योजना का शुभारंभ हुआ.
बुधवार को अतिरिक्त रिफिल प्रदान करने का दूसरा कार्यक्रम उत्तरी छोटानागपुर के मुख्यालय हजारीबाग की धरती से हो रहा है. आने वाले दिनों में राज्य के बचे हुए तीन प्रमंडल में कार्यक्रम का आयोजन कर राज्य की बहनों को दूसरा रिफिल सीएम खुद जाकर कर प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री ने पुराने दिन को याद करते हुए कहा कि 19 अक्टूबर 2016 का वह दिन था जब राज्य के मात्र 25 प्रतिशत परिवार एलपीजी सिलेंडर और चूल्हा से आच्छादित थे, लेकिन आज 2019 का नया झारखंड है, जहां 76 प्रतिशत से अधिक परिवार के पास एलपीजी और चूल्हा है.
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सीएम ने कहा कि 43 लाख से अधिक मां-बहनों को सिलेंडर की दूसरी गैस भराई भी निःशुल्क मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला दीदी बनाने के पीछे सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है. सभी बहनों की रसोई घर को सुरक्षित करना है. सभी पंचायत की उज्ज्वला दीदी घर-घर जाकर एलपीजी के सुरक्षित उपयोग की जानकारी देंगी. इसके लिए रांची में 70 महिलाओं को मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा, जो प्रखंड स्तर पर उज्ज्वला दीदियों को प्रशिक्षण देंगी.