हजारीबाग: जिले के सिरसी दामोडीह की रहने वाली सोनी परवीन इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते इस दुनिया से चल बसी. सोनी का निकाह डेढ़ वर्ष पूर्व टाटीझरिया स्थित केसुला गांव के मोहम्मद मकसूद से हुआ था. कुछ दिन तो ठीक ठाक चला, लेकिन बाद में ससुरालवालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.
जला दिया गया था सोनी को
जब परिवार पैसा नहीं दे पाया तो केरोसिन तेल से जलाकर मार देने का प्रयास किया गया. गंभीर स्थिति में उसे सदर अस्पताल लाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने एक माह तक इलाज किया और उसके बाद परिजनों को कह दिया कि उसकी जीने की उम्मीद बेहद कम है. इसलिए अब वह उसे घर ले जाए. सोनी परवीन को घर लाया गया कुछ दिन मौत से लड़ती रही और आखिर में उसने दम तोड़ दिया.
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ससुरालवालों पर आरोप
परिवार बेहद गरीब है. इस कारण सोनी परवीन का इलाज भी बेहतर ढंग से नहीं हो पाया. गांव के लोगों ने चंदा दिया तो कुछ दिनों तक उसका चंदे के ही पैसे से दवा और ड्रेसिंग किया जाता था. विवाहिता की मौत के एक दिन पहले जब ईटीवी भारत की टीम उस गांव में गई और उस पीड़िता से बात किया तो उसने एक ही शब्द कहा कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे ससुरालवालों ने मुझे जला दिया है और मैं बहुत ही कष्ट में जीवन जी रही हूं.