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इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते चल बसी सोनी, मौत से पहले ईटीवी भारत से कहा- मुझे न्याय चाहिए - हजारीबाग

हजारीबाग जिले के सिरसी दामोडीह की रहने वाली सोनी परवीन का निकाह डेढ़ साल पहले हुआ था. शादी के बाद उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा. मौत से एक दिन पहले पीड़िता ने ससुरालवालों पर दहेज के लिए जलाए जाने का आरोप लगाया और चल बसी.

सोनी परवीन
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Published : Sep 7, 2019, 11:16 PM IST

हजारीबाग: जिले के सिरसी दामोडीह की रहने वाली सोनी परवीन इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते इस दुनिया से चल बसी. सोनी का निकाह डेढ़ वर्ष पूर्व टाटीझरिया स्थित केसुला गांव के मोहम्मद मकसूद से हुआ था. कुछ दिन तो ठीक ठाक चला, लेकिन बाद में ससुरालवालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

देखें पूरी खबर

जला दिया गया था सोनी को
जब परिवार पैसा नहीं दे पाया तो केरोसिन तेल से जलाकर मार देने का प्रयास किया गया. गंभीर स्थिति में उसे सदर अस्पताल लाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने एक माह तक इलाज किया और उसके बाद परिजनों को कह दिया कि उसकी जीने की उम्मीद बेहद कम है. इसलिए अब वह उसे घर ले जाए. सोनी परवीन को घर लाया गया कुछ दिन मौत से लड़ती रही और आखिर में उसने दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़ें- बच्चा चोरी को लेकर अफवाह का बाजार गर्म, जामताड़ा में बच्चा चोर समझ भिखारी की पिटाई, पुलिस ने बचाई

ससुरालवालों पर आरोप
परिवार बेहद गरीब है. इस कारण सोनी परवीन का इलाज भी बेहतर ढंग से नहीं हो पाया. गांव के लोगों ने चंदा दिया तो कुछ दिनों तक उसका चंदे के ही पैसे से दवा और ड्रेसिंग किया जाता था. विवाहिता की मौत के एक दिन पहले जब ईटीवी भारत की टीम उस गांव में गई और उस पीड़िता से बात किया तो उसने एक ही शब्द कहा कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे ससुरालवालों ने मुझे जला दिया है और मैं बहुत ही कष्ट में जीवन जी रही हूं.

हजारीबाग: जिले के सिरसी दामोडीह की रहने वाली सोनी परवीन इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते इस दुनिया से चल बसी. सोनी का निकाह डेढ़ वर्ष पूर्व टाटीझरिया स्थित केसुला गांव के मोहम्मद मकसूद से हुआ था. कुछ दिन तो ठीक ठाक चला, लेकिन बाद में ससुरालवालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

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जला दिया गया था सोनी को
जब परिवार पैसा नहीं दे पाया तो केरोसिन तेल से जलाकर मार देने का प्रयास किया गया. गंभीर स्थिति में उसे सदर अस्पताल लाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने एक माह तक इलाज किया और उसके बाद परिजनों को कह दिया कि उसकी जीने की उम्मीद बेहद कम है. इसलिए अब वह उसे घर ले जाए. सोनी परवीन को घर लाया गया कुछ दिन मौत से लड़ती रही और आखिर में उसने दम तोड़ दिया.

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ससुरालवालों पर आरोप
परिवार बेहद गरीब है. इस कारण सोनी परवीन का इलाज भी बेहतर ढंग से नहीं हो पाया. गांव के लोगों ने चंदा दिया तो कुछ दिनों तक उसका चंदे के ही पैसे से दवा और ड्रेसिंग किया जाता था. विवाहिता की मौत के एक दिन पहले जब ईटीवी भारत की टीम उस गांव में गई और उस पीड़िता से बात किया तो उसने एक ही शब्द कहा कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे ससुरालवालों ने मुझे जला दिया है और मैं बहुत ही कष्ट में जीवन जी रही हूं.

Intro:महिला सम्मान महिला को सुरक्षा देने के लिए ना जाने कितने योजना चल रही है ।लेकिन आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। आलम यह है कि हमारे समाज की बहू बेटियों को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की जा रही है। ऐसे ही एक युवती को जिंदा जला दिया गया और वह इलाज के दौरान दुनिया से चल बसी।

हजारीबाग की सिरसी दामोडीह की रहने वाली सोनी परवीन इंसाफ की गुहार करते करते इस दुनिया से रुखसत हो गई।


Body:सोनी प्रवीण की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व टाटीझरिया स्थित केसुला गांव के मोहम्मद मकसूद से हुआ था। कुछ दिन तो ठीक ठाक चला। लेकिन बाद में विवाहिता से ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।जब परिवार पैसा नहीं दे पाया तो केरोसिन तेल से जला कर मार देने का प्रयास किया गया। लेकिन ऊपर वाले को यह मंजूर नहीं था। गंभीर स्थिति में उसे सदर अस्पताल लाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने एक माह तक इलाज किया और उसके बाद परिजनों को कह दिया कि उसकी जीने की उम्मीद बेहद कम है इसलिए अब वह अपने घर सोनी को ले जाए। सोनी प्रवीण हजारीबाग आई और कुछ दिनों तक जीवित रही और आज उसकी मौत हो गई।

परिवार बेहद गरीब है। इस कारण उसने सोनी परवीन की इलाज भी बेहतर ढंग से नहीं करा पाया। गांव के हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने चंदा दिया तो कुछ दिनों तक ड्रेसिंग किया गया ।बेहद ही कष्ट में उसकी मौत हो गई।

मौत के 1 दिन पहले जब ईटीवी भारत की टीम उस गांव में गई और उस पीड़िता से बात किया तो उसने एक ही शब्द कहा कि मुझे न्याय चाहिए। मेरे ससुराल वालों ने मुझे जला दिया है और मैं बहुत ही कष्ट में जीवन जी रही हूं ।

दरअसल उसके ससुराल वाले उनकी सास ससुर और परिवार के अन्य लोग ने उस पर किरासन तेल डाल दिया था और उसके पति मोहम्मद मकसूद ने उसे जला दिया था।

मौत के 1 दिन पहले उसकी मां ने यह बताया था कि कैसे गांव के हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के ग्रामीण सहायता कर रहे हैं। उसने प्रशासन से भी गुहार लगाई थी कि मदद की जाए। लेकिन सोनी प्रवीण को मदद नहीं मिली और वह मौत के आगोश में चली गई।

byte.... सोनी प्रवीण मरने की 1 दिन पहले का बाइट
byte.... रुखसाना ,मृतक सोनी प्रवीण की मां
byte.... मोहम्मद रिजवान ,मृतक सोनी प्रवीण का भाई


Conclusion:घटना ने सोचने को विवश कर दिया है कि हमारा समाज संवेदनहीन होता जा रहा है ।जहां सात जन्म तक एक साथ रहने की जिसने वादा किया था वही जान का दुश्मन कुछ रुपए के लिए हो गया। जरूरत है समाज को जागृत करने की।
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