हजारीबागः पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ देश सजग हो गया है. इससे बचने के लिए अपने-अपने स्तर से सभी उपाय कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू के आह्वान का असर हजारीबाग की सड़कों पर भी देखने को मिला है. उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का मुख्यालय हजारीबाग होने के कारण यहा गतिविधि अधिक भी देखने को मिलती है. ऐसे में आज पूरे शहर में सन्नाटा फैसा हुआ है.
जिले में एक भी दुकान शहर में खुला नजर नहीं आया. लोगों ने जनता कर्फ्यू लगाया है और इसका असर भी दिखने लगा है. देश में कोरोना के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए यह अहम कदम बताया जा रहा है. जनता कर्फ्यू के दौरान अति आवश्यक कार्य निकलने वाले लोगों की संख्या बेहद कम नजर आया. इक्का-दुक्का दवा दुकान खुली रही. वहीं, प्रमुख चौराहे पर पुलिस की गाड़ी घूमती नजर आई. आलम यह रहा कि हजारीबाग का सबसे प्रसिद्ध मंदिर महावीर अस्थान का कपाट भी बंद रहा. पंडित ने सुबह की आरती करने के बाद अपने घर चले गए और मंदिर का कपाट में ताला लगा दिया. कहा जाए तो समाज का हर तबका अपने अपने स्तर से जनता कर्फ्यू का समर्थन कर रहा है. काकी इस महामारी से निजात पाया जा सके.
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जनता की भागीदारी से ही इस समस्या का समाधान हो सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी एडवाइजरी मानने की आवश्यकता हर एक व्यक्ति को है .नहीं तो यह महामारी मानव सभ्यता के लिए खतरा भी साबित हो सकता है.