ETV Bharat / city

हेमंत सरकार के एक साल को विपक्ष ने बताया फेल तो सत्ता पक्ष ने कहा- पटरी पर लाए स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था

झारखंड में महागठबंधन सरकार का एक साल पूरा हो रहा है. ये एक साल काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. कोरोना के कारण सरकार को कई परेशानी का सामना करना पड़ा. सरकार के एक साल के कार्यकाल पर विपक्षी पार्टी निशाना साध रही है उनका कहना है कि इस एक साल में जनता के लिए कुछ नहीं हुआ. वहीं, सत्ताधारी दल के विधायक कह रहे हैं कि कोरोना के कारण विकास कार्य बाधित हुआ है.

one-year-of-hemant-government
झारखंड में महागठबंधन सरकार
author img

By

Published : Dec 22, 2020, 6:29 AM IST

हजारीबाग: हेमंत सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. एक साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद अब इनके कार्यों का भी लेखा-जोखा देखा जा रहा है. एक तरफ विपक्षी पार्टी एक साल पर सरकार को हर बिंदु पर विफल बता रही है तो सरकार पक्ष के विधायक अपना दावा पेश कर रहे हैं.

देखिए पूरी खबर

विपक्षी पार्टी का सरकार पर हमला

हजारीबाग सदर विधानसभा के विधायक मनीष जायसवाल ने सरकार के एक साल के कार्यकाल को फेल बताया है. उनका मानना है कि सरकार 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ी. महागठबंधन ने चुनाव के दौरान कई दावे किए थे, लेकिन आज एक भी दावा धरातल पर उतरता नहीं दिख रहा है. मनीष जायसवाल ने बिंदुवार सरकार पर आरोप लगाए हैं. 5 लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, स्थानीय नीति को परिभाषित करने का दावा फेल हुआ है. वहीं, ऋण माफी, बिजली बिल कटौती, आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय बढ़ाना और पारा शिक्षकों को जो उन्होंने भरोसा दिलाया था वह सभी ठंडे बस्ते में चला गया है. वहीं, जयप्रकाश भाई पटेल जो मांडू विधानसभा के विधायक हैं. उन्होंने सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस सरकार की नियत ही साफ नहीं है. जनता के लिए जो भी योजना चलाई जा रही थी उसे भी सरकार ने रोक दिया. यहां तक कि पिछले रघुवर सरकार के भी योजनाओं पर बुरा असर पड़ा है, जिसका खामियाजा झारखंड के लोगों को पर पड़ा है.

ये भी पढे़ं: कांग्रेस ने मनाई लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि, बीजेपी के किसान पंचायत पर साधा निशाना

कोरोना के कारण विकास कार्य बाधित

एक तरफ विपक्षी पार्टी के विधायक सरकार के एक साल के कार्यकाल को फेल बता रहे हैं तो वहीं सरकार में शामिल विधायक कोरोना काल का हवाला दे रहे हैं. बरही विधानसभा के विधायक उमाशंकर अकेला जो निवेदन सभा के सभापति हैं. उनका कहना है कि कोरोना काल के कारण सरकार काफी परेशानी में रही. 6 जनवरी को हम लोगों ने शपथ लिया और 22 फरवरी को सत्र का समापन हो गया. इसके बाद हम लोग किसी भी तरह का काम नहीं कर पाए. 8 महीने तक कोरोना का कहर पूरे देश में देखने को मिला, जिसका असर हम लोगों के विकास कार्य पर पड़ा है, लेकिन इस अवधि में हम लोगों ने कानून व्यवस्था को पटरी पर उतारा है. यहां तक कि अस्पताल को दुरुस्त किया है ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़े. सरकार के एक साल पर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद अपने सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि एक साल हम लोगों का चुनौती भरा रहा. कोरोना के कारण हम लोग काम नहीं कर पाये, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाया है. डॉक्टर नर्स ने इस काल में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जो सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है. हमारे राज्य में सरकार के ठोस कदम के कारण कोरोना के मौत का ग्राफ भी अन्य राज्यों की तुलना में कम दिखा. अगर सरकार के बारे में कहा जाए तो कार्यकाल एक साल का पॉजिटिव रहा. आने वाले दिनों में हम लोग कई काम करने जा रहे हैं, जिसका सीधा लाभ झारखंड के लोगों को मिलेगा.

हजारीबाग: हेमंत सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. एक साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद अब इनके कार्यों का भी लेखा-जोखा देखा जा रहा है. एक तरफ विपक्षी पार्टी एक साल पर सरकार को हर बिंदु पर विफल बता रही है तो सरकार पक्ष के विधायक अपना दावा पेश कर रहे हैं.

देखिए पूरी खबर

विपक्षी पार्टी का सरकार पर हमला

हजारीबाग सदर विधानसभा के विधायक मनीष जायसवाल ने सरकार के एक साल के कार्यकाल को फेल बताया है. उनका मानना है कि सरकार 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ी. महागठबंधन ने चुनाव के दौरान कई दावे किए थे, लेकिन आज एक भी दावा धरातल पर उतरता नहीं दिख रहा है. मनीष जायसवाल ने बिंदुवार सरकार पर आरोप लगाए हैं. 5 लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, स्थानीय नीति को परिभाषित करने का दावा फेल हुआ है. वहीं, ऋण माफी, बिजली बिल कटौती, आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय बढ़ाना और पारा शिक्षकों को जो उन्होंने भरोसा दिलाया था वह सभी ठंडे बस्ते में चला गया है. वहीं, जयप्रकाश भाई पटेल जो मांडू विधानसभा के विधायक हैं. उन्होंने सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस सरकार की नियत ही साफ नहीं है. जनता के लिए जो भी योजना चलाई जा रही थी उसे भी सरकार ने रोक दिया. यहां तक कि पिछले रघुवर सरकार के भी योजनाओं पर बुरा असर पड़ा है, जिसका खामियाजा झारखंड के लोगों को पर पड़ा है.

ये भी पढे़ं: कांग्रेस ने मनाई लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि, बीजेपी के किसान पंचायत पर साधा निशाना

कोरोना के कारण विकास कार्य बाधित

एक तरफ विपक्षी पार्टी के विधायक सरकार के एक साल के कार्यकाल को फेल बता रहे हैं तो वहीं सरकार में शामिल विधायक कोरोना काल का हवाला दे रहे हैं. बरही विधानसभा के विधायक उमाशंकर अकेला जो निवेदन सभा के सभापति हैं. उनका कहना है कि कोरोना काल के कारण सरकार काफी परेशानी में रही. 6 जनवरी को हम लोगों ने शपथ लिया और 22 फरवरी को सत्र का समापन हो गया. इसके बाद हम लोग किसी भी तरह का काम नहीं कर पाए. 8 महीने तक कोरोना का कहर पूरे देश में देखने को मिला, जिसका असर हम लोगों के विकास कार्य पर पड़ा है, लेकिन इस अवधि में हम लोगों ने कानून व्यवस्था को पटरी पर उतारा है. यहां तक कि अस्पताल को दुरुस्त किया है ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़े. सरकार के एक साल पर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद अपने सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि एक साल हम लोगों का चुनौती भरा रहा. कोरोना के कारण हम लोग काम नहीं कर पाये, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाया है. डॉक्टर नर्स ने इस काल में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जो सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है. हमारे राज्य में सरकार के ठोस कदम के कारण कोरोना के मौत का ग्राफ भी अन्य राज्यों की तुलना में कम दिखा. अगर सरकार के बारे में कहा जाए तो कार्यकाल एक साल का पॉजिटिव रहा. आने वाले दिनों में हम लोग कई काम करने जा रहे हैं, जिसका सीधा लाभ झारखंड के लोगों को मिलेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.