हजारीबागः शहर की सड़कें इन दिनों बेहद खराब स्थिति में हैं. आलम यह है कि विधानसभा में भी यहां की सड़कों को लेकर विधायक ने धरना दिया था. ऐसे में आम जनता सड़क को लेकर परेशान है तो जनप्रतिनिधि ने सड़क की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है.
हजारीबाग में शायद ही ऐसा कोई सड़क हो जो ठीक स्थिति में हो. खासकर NH100 का हाल तो सबसे बुरा है. बड़े-बड़े गड्ढे इस सड़क की पहचान हो गई है. लेपो रोड, खिरगांव, रेलवे स्टेशन, कूद, पसई कटकमदाग ऐसे गांव हैं जहां अब चलना भी मुश्किल हो गया है.
अगर गाड़ी फंसी तो कोई उपाय नहीं है. ऐसे में इस सड़क के निर्माण को लेकर स्थानीय और समाजसेवियों ने कई बार लिखित रूप से आवेदन दिया है, तो कई लोगों ने विरोध दर्ज करते हुए सड़क जाम भी किया, लेकिन पिछले 2 सालों से यहां सड़क नहीं बन पाई है.
शहर के बीचोंबीच होने के बावजूद प्रशासनिक और सरकारी उदासीनता से यहां के लोग परेशान हैं. आलम यह है कि हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल मानसून सत्र के दौरान इस सड़क के निर्माण को लेकर धरने पर बैठ गए और सरकार से मांग की कि हजारीबाग की सड़कों पर ध्यान दें और इसका निर्माण कराएं.
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खराब सड़क होने के कारण यहां दुर्घटना भी आम बात है. कभी गाड़ी पलट जाती है तो कभी ट्रक फंस जाता है. अगर रात के अंधेरे में कोई व्यक्ति साइकिल से जा रहा हो तो उस व्यक्ति की दुर्घटना तय है.
बगल में ही कब्रिस्तान और शमशान भी है. ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए जाना भी मुश्किल हो रहा. अगर सड़क जाम रहा तो मुर्दा के साथ ही उस जाम में लोग फंसे रहते हैं.
अगर बच्चे सड़क पर निकल गए तो खतरा मंडराता रहता है. ऐसे सड़क की स्थिति से लोग परेशान हैं. अब देखने वाली बात होगी जिला प्रशासन और सरकार कब इन सड़कों पर मेहरबान होती है और इससे चलने लायक बनाती है.