हजारीबाग: बरही में हुए रूपेश हत्याकांड को लेकर बबाल बढ़ा हुआ है. झारखंड से लेकर दिल्ली तक इसको लेकर सियासत हो रही हैं. ऐसे में हजारीबाग की पुलिस भी इसकी जांच में तेजी से जुटी हुई है. पुलिस जांच में अब जो तथ्य सामने आ रहे हैं वो पुरानी थ्योरी से बिल्कुल उलट है.
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निजी विवाद के कारण हुई हत्या
पुलिस जांच में निजी विवाद के कारण रूपेश की हत्या की बात सामने आ रही है. खबर के मुताबिक तीन दोस्त रूपेश, हिमांशु,राजवीर और दिवाकर एक साथ थे. इसी दौरान कैफ, गोफरान और आमीन के द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गई. बात बढ़ते देख मोटरसाइकिल से रूपेश समेत अन्य वहां से चले गए. इसी दौरान दूसरे रास्ते से अन्य आरोपियों ने पुन: उन्हें रोकने की कोशिश की. चूंकि रूपेश मोटरसाइकिल के पीछे बैठा था इस कारण वो पकड़ा गया. जिसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई. पिटाई से घायल रूपेश की कुछ देर बाद मौत हो गई.
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कहां तक पहुंची पुलिस जांच
प्रशासन के मुताबिक अबतक इस मामले में 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. 7 अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया गया है. जबकि 27 लोगों पर नामजद और 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
झारखंड में मॉब लिंचिंग को लेकर कोई धारा नहीं
पुलिस का यह भी कहना है कि वर्तमान समय में मॉब लिंचिंग को लेकर कोई धारा नहीं है. अभी तक यह कानून नहीं बना है. राज्यपाल के पास यह विचाराधीन है. इस मामले को लेकर अन्य सुसंगत धारा के अनुसार एफआईआर दर्ज किया गया और कार्रवाई की जा रही है. घटना की जांच बड़कागांव एसडीपीओ के हाथों दिया गया है ताकि निष्पक्ष जांच हो सके. पुलिस का यह भी मानना है कि संप्रदायिक भावना भड़काने की कोशिश की गई है. इस मामले को लेकर जो भी व्यक्ति दोषी हैं उन पर कार्रवाई भी की जाएगी. जो दोषी नहीं है उन्हें पुलिस परेशान भी नहीं करने जा रही है. वही हजारीबाग एसपी ने यह भी स्पष्ट किया है कि अभी भी जांच चल रही है जांच पूरी होने के बाद ही ठोस बात सामने आएगी.