हजारीबाग: रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि आमने-सामने हैं. जहां सरकार ने स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किया है कि कोई भी जुलूस कोविड-19 के कारण नहीं निकाला जाना है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हर हाल में रामनवमी जुलूस निकालेंगे और जुलूस के दौरान नियम का पालन भी करेंगे क्योंकि यह यहां का महत्वपूर्ण त्योहार है.
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हजारीबाग के ख्याति प्राप्त रामनवमी त्योहार मनाए जाने को लेकर अब भी लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है. राज्य सरकार ने कोविड-19 को देखते हुए किसी भी सामूहिक जुलूस के आयोजन पर पाबंदी लगा रखी है. ऐसे में लोगों के बीच कई प्रकार की चर्चाएं भी चल रही हैं. जिला प्रशासन ने सरकार के दिशा निर्देश को लेकर साफ कर दिया है कि किसी भी प्रकार के जुलूस का आयोजन नहीं होगा. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि कोरोना के सभी गाइडलाइन को पालन करते हुए रामनवमी जुलूस निकाला जाएगा. सरकार आदेश दे या ना दे क्योंकि हजारीबाग की रामनवमी लोगों के लिए एक बड़ा आस्था का केंद्र भी है.
रामनवमी की तैयारी एक माह पहले से शुरू हो जाती है और रामनवमी को लेकर होली के बाद और रामनवमी के पहले पड़ने वाले हर मंगलवार को मंगला जुलूस निकालने की परंपरा भी है. इसी परंपरा का निर्वाहन करने के लिए बीते मंगलवार को भी लोग तैयार थे. लेकिन प्रशासन ने इजाजत नहीं दी, जिसके बाद प्रशासन और आम लोग भी आमने सामने नजर आए. अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि सरकार हजारीबाग की रामनवमी को लेकर क्या कुछ कदम उठाती है.