ETV Bharat / city

हजारीबाग:अगरिया समाज की मांग, आदिम जनजाति की श्रेणी में शामिल करें सरकार - झारखंड सरकार

झारखंड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति ने मंगलवार को अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया. इसके साथ ही साथ सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी.

Meeting of Agariya Tribe
झारखंड अगरिया असुर आदिम जनजाति
author img

By

Published : Feb 19, 2020, 9:08 AM IST

हजारीबाग: झारखंड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति ने मंगलवार को अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया. इसके साथ ही साथ सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी. उन्होंने सरकार से मांग किया है कि अगरिया जाति को आदिम जनजाति के श्रेणी में रखा जाए.

देखिए पूरी खबर

झारखंड में कई जनजाति के लोग रहते हैं. सरकार के द्वारा विभिन्न जनजाति को सरकारी लाभ भी दिया जा रहा है. ऐसे में अब झारखंड के अगरिया समाज खुद को आदिम जनजाति की श्रेणी में रखने की मांग की है. समाज के लोगों का कहना है कि अगरिया असुर आदिम जनजाति को एक ही श्रेणी में रखा गया है, लेकिन इसके बावजूद सरकार सिर्फ असुर जाति को आदिम जनजाति की श्रेणी में रखी है और सरकारी लाभ दे रही है.

ये भी पढे़ं: रांचीः लालू यादव के दांत में थी परेशानी, डॉक्टर ने दो दांत निकाले

अगरिया समाज का कहना है कि इसे देखते हुए अब वे एकजुट हो रहे हैं और सरकार से अपनी मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी आदिम जनजाति में रखा जाए. इसके साथ ही आदिम जनजाति का लाभ दिए जाए. समाज के लोगों का कहना है कि अगरिया जाति के लोग काफी गरीब हैं और हमारे बीच शिक्षा का भी अभाव है. इसके साथ ही साथ हमारी जनसंख्या भी पहले से कम हुई है. उनके पूर्वज लोहा उत्पादन करते थे, लेकिन आज उनकी स्थिति बेहद खराब है, इसलिए सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए.

हजारीबाग: झारखंड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति ने मंगलवार को अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया. इसके साथ ही साथ सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी. उन्होंने सरकार से मांग किया है कि अगरिया जाति को आदिम जनजाति के श्रेणी में रखा जाए.

देखिए पूरी खबर

झारखंड में कई जनजाति के लोग रहते हैं. सरकार के द्वारा विभिन्न जनजाति को सरकारी लाभ भी दिया जा रहा है. ऐसे में अब झारखंड के अगरिया समाज खुद को आदिम जनजाति की श्रेणी में रखने की मांग की है. समाज के लोगों का कहना है कि अगरिया असुर आदिम जनजाति को एक ही श्रेणी में रखा गया है, लेकिन इसके बावजूद सरकार सिर्फ असुर जाति को आदिम जनजाति की श्रेणी में रखी है और सरकारी लाभ दे रही है.

ये भी पढे़ं: रांचीः लालू यादव के दांत में थी परेशानी, डॉक्टर ने दो दांत निकाले

अगरिया समाज का कहना है कि इसे देखते हुए अब वे एकजुट हो रहे हैं और सरकार से अपनी मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी आदिम जनजाति में रखा जाए. इसके साथ ही आदिम जनजाति का लाभ दिए जाए. समाज के लोगों का कहना है कि अगरिया जाति के लोग काफी गरीब हैं और हमारे बीच शिक्षा का भी अभाव है. इसके साथ ही साथ हमारी जनसंख्या भी पहले से कम हुई है. उनके पूर्वज लोहा उत्पादन करते थे, लेकिन आज उनकी स्थिति बेहद खराब है, इसलिए सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.