पलामू: वन नेशन वन इलेक्शन बिल संयुक्त संसदीय कमेटी को भेजा गया है. इस कमेटी में देशभर के 22 सांसदों को शामिल किया गया है, जिनमें 13 सांसद राज्यसभा से लिए गए हैं. संयुक्त संसदीय कमेटी में पलामू सांसद विष्णुदयाल राम और लोहरदगा के सांसद सुखदेव भगत को शामिल किया गया है.पलामू संसदीय सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वहीं, लोहरदगा संसदीय सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. संयुक्त संसदीय कमेटी द्वारा एक रिपोर्ट तैयार किया जाएगा, इसके बाद पूरे मामले में पार्लियामेंट को रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट के आधार पर वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर निर्णय लिया जाएगा.
सांसद विष्णुदयाल राम ने बताया कि ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर चर्चा करेगी और एक रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके बाद इस रिपोर्ट को संसद को सौंप दिया जाएगा. सांसद विष्णुदयाल राम रविवार को पलामू लौट रहे हैं. उन्होंने कमेटी में शामिल करने के प्रति देश के प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रति आभार व्यक्त किया है. विष्णुदयाल राम को ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी में शामिल किए जाने के बाद पलामू में खुशी का माहौल है.
इधर, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह गौरवपूर्ण है कि पलामू को संयुक्त संसदीय कमेटी में जगह मिली है. वन नेशन वन इलेक्शन बिल देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है. भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अमित तिवारी का कहना है कि यह गौरवपूर्ण है. वे प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. पलामू का संविधान के निर्माण में भी योगदान रहा है. संविधान निर्माण में भी पलामू के दो सदस्यों को शामिल किया गया था. संविधान सभा में पलामू के यदुवंश सहाय और अमियो कुमार घोष शामिल थे.
ये भी पढ़ें: वन नेशन, वन इलेक्शन: विपक्षी दलों की मांगें मानी गईं, JPC में सदस्य बढ़कर हुए 39
ये भी पढ़ें: वन नेशन वन इलेक्शन पर झारखंड में सियासत, सीएम हेमंत सोरेन ने बताया बीजेपी का एजेंडा!