हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में मैत्री परामर्श केंद्र और सखी वन स्टॉप सेंटर का हजारीबाग उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने निरीक्षण किया और यहां की स्थिति से अवगत हुए. दरअसल, कोविड-19 महामारी के संक्रमण का मानसिक रूप से भी लोगों पर असर हो रहा है. हजारीबाग में विगत दिनों कई लोगों ने आत्महत्या तक की है.
अगर लॉक डाउन की बात की जाए तो अब तक 70 से अधिक लोगों ने इस दौरान आत्महत्या की है. ऐसे में प्रतीत होता है कि मानसिक अवसाद के कारण लोग इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में मानसिक परेशानी से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है. जहां मनोचिकित्सक, परामर्शी मिलकर काउंसलिंग करेंगे. इसके लिए बकायदा टीम भी बनाई गई है.
ये भी पढ़ें- अखिलेश ने घर को बनाया नर्सरी, 8000 दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधों का करते हैं संरक्षण
हजारीबाग जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने जानकारी दी कि आज इसकी बेहद जरूरत थी. हम लोग सखी वन स्टॉप सेंटर चला रहे हैं और उसी सेंटर में मैत्री परामर्श केंद्र भी लोगों को निशुल्क काउंसलिंग करेगा.
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, घर में बंद रहना और आर्थिक रूप से परेशानी लोगों को मानसिक अवसाद की ओर ले जा रहा है. ऐसे में यह केंद्र संजीवनी बूटी का काम करेगा. जरूरत है इस परामर्श केंद्र का प्रचार-प्रसार करने का ताकि अधिक से अधिक इस केंद्र से लाभ उठाया जा सके.