हजारीबाग: हम किसी से कम नहीं, कुछ इसी सोच के साथ हजारीबाग में इन दिनों छात्राएं हौसला से लबरेज होकर शूटिंग सीख रहीं हैं. कोई छात्रा देश सेवा में जाना चाहती है तो किसी ने खेल के जरिए नौकरी पाने की आस संजोए रखी है. शूटिगं के प्रति छात्राओं के जोश देखते ही बनता है. सभी गंभीरता से निशानेबाजी की सभी बारीकियां सीख रही हैं.
हाथों में राइफल और आंखों में निशाना
हजारीबाग में यह छात्राएं अपना कैरियर शूटिंग में बनाना चाहती हैं. छात्राओं का कहना है कि काफी शिद्दत से शूटिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं ताकि अपना कैरियर इस फील्ड में बना सकें. छात्राओं का कहना है कि यह अन्य खेल से अलग है. थोड़ा महंगा भी है लेकिन इसमें करियर सबसे अच्छा है. अगर अच्छा खेलेंगे तो ओलंपिक में भी जा सकते हैं.
आज के समय में ओलंपिक में शूटिंग में खिलाड़ी परचम लहरा रहे हैं. इस कारण इसे अपना करियर के रूप में चुना है. छात्राओं का यह भी कहना है कि वर्तमान समय में हेमंत सरकार ने स्थापना दिवस के अवसर पर यह विश्वास दिलाया कि खिलाड़ियों को विशेष सुविधा के साथ ही सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. ऐसे में अगर अच्छा खेलेंगे तो भविष्य में नौकरी भी पा सकते हैं.
छात्राएं काफी उत्साहित
छात्राओं का यह भी कहना है कि शूटिंग प्रैक्टिस इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह सेना में जाना चाहती हैं. इस कारण प्रैक्टिस कर रही हैं. इसे लेकर छात्राएं काफी उत्साहित भी हैं.
ओपन राइफल शूटिंग प्रतियोगिता का आयोजन
जिले में इन दिनों दो दिवसीय ओपन राइफल शूटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, जिसमें राज्य के कई जिले से छात्र-छात्राएं पहुंची हैं. इस आयोजन में छात्राओं की संख्या भी अच्छी खासी है. प्रतियोगिता के आयोजक भी कहते हैं कि 100 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं और अपना कैरियर इस क्षेत्र में बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. इससे दो फायदा हो रहे हैं एक छात्रों को एक अच्छा प्लेटफार्म मिला है तो दूसरी और खिलाड़ी एक दूसरे के साथ अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.
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छात्राओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत
आज के समय में छात्र-छात्राएं अपना करियर कई क्षेत्रों में बनाना का प्रयास कर रही हैं. ऐसे में ये छात्राएं भी किसी से कम नहीं हैं. इन्हें भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है ताकि अपना सपना साकार कर सकें.