हजारीबागः जिले में एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. जानकारी के अनुसार, 18 जून को कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी. अंतिम संस्कार स्वास्थ्यकर्मी, नगर निगम और मुर्दा कल्याण समिति ने किया था. नियम के अनुसार सभी ने पीपीई किट पहना था, लेकिन अंतिम संस्कार के बाद पीपीई डिस्पोज नहीं किया गया बल्कि उसे वहीं फेंक दिया.
ये भी पढ़ें- 21 जून को राज्य में कोरोना के 62 नए मामले आए सामने, झारखंड में कुल संख्या 2089
हजारीबाग में 18 जून को कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी, जिसके बाद कोनार पुल के निकट अंतिम संस्कार किया गया. उस दौरान स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम के कर्मचारी और मुर्दा कल्याण समिति ने अंतिम संस्कार किया था. इस दौरान सभी ने पीपीई किट पहना था, लेकिन पीपीई किट डिस्पोज नहीं किया गया. इसके कारण बवाल मच गया. रविवार को पीपीई किट स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा डिस्पोज किया गया. वहीं, मामला कहीं न कहीं लापरवाही का है. ऐसे में प्रशासन ने आनन-फानन में 21 जून को पीपीई किट डिस्पोज किया है.