हजारीबाग: बरही में हुए दो गुटों के बीच हिंसक झड़प में एक युवक की मौत होने के बाद इससे संबंधित कई तरह के वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो और अफवाह फैलाई जा रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ हजारीबाग पुलिस सख्ती करने के मूड में है. हजारीबाग पुलिस ने फिलहाल कार्रवाई करते हुए 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. पुलिस का कहना है कि अगर कोई सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाता है और समाज में किसी भी तरह का विद्वेष पैदा की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हजारीबाग के बरही में सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के हिंसक झड़प हुई थी. इस हिंसा में रुपेश पांडेय की मौत हो गई. इसके बाद अब कई तरह के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. यही नहीं कई तरह की टीका टिप्पणी भी पोस्ट की जा रही है. ऐसे में अब हजारीबाग पुलिस ने वैसे पोस्ट जो भड़काऊ और बेबुनियाद हैं उन्हें पोस्ट करने वाले के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
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पुलिस ने अरशद आलम, मोहम्मद इकराम, निखिल कुमार, विजय प्रसाद, सुमन कुमार, रोहित कुमार, आदित्य कुमार, बबलू कुमार, मनीष कुमार, मोहन कुमार, संजय यादव, योगेंद्र कुमार, अनिल कुमार, जुलू जुल्फी और मोहम्मद इश्तियाक पर एफआईआर दर्ज किया है. हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने जानकारी दी है कि सोशल मीडिया पर झूठे एवं भ्रामक वीडियो के जरिए समाज में अफवाह फैलाने और अपने पोस्ट से समाज में विद्वेष पैदा करने के आरोप में 15 व्यक्तियों के खिलाफ सदर थाना, हजारीबाग द्वारा कार्रवाई की गई है.
हजारीबाग पुलिस ने सभी जिलावासियों से अपील है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं और ना ही ऐसी बातों पर ध्यान दें. इसके अलावा उन्होंने अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों की सूचना पुलिस को देने की भी अपील की है. कई पुराने और एडिट किए वीडियो हजारीबाग और बरही का वीडियो बताकर सोशल मीडिया पर गलत ढंग से शेयर किया जा रहा है. वैसे वीडियो को पोस्ट करने वाले लोगों को भी चिन्हित कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जा रही है.