हजारीबाग: जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है. अब जिला प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी रूपरेखा तैयार की है. इसमें कई पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया गया है और एक व्यापक रूपरेखा बनाई गई है, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके.
व्यापक तैयारी
पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिला है. जिससे सरकार के साथ-साथ स्थानीय लोगों को लाभ मिलता है. ऐसे में हजारीबाग में भी पर्यटन के कई अपार संभावनाएं हैं. इन संभावनाओं को चुस्त दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी कर ली है.
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हजारीबाग झील को डेवलप किया जाएगा
हजारीबाग झील जो शहर की पहचान है, उसे डेवलप किया जाएगा. जिसके लिए झील एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम बनाया गया है. इस बाबत हजारीबाग के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने नगर आयुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह से भी बातचीत की है. साथ ही साथ गुफा क्षेत्र को विकसित करने के लिए एक करोड़ कि राशि भी जिला प्रशासन को मिली है, जो आने वाले समय में खर्च किया जाएगा.
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रूट प्लान
इसके अलावा एशिया का सबसे गर्म कुंड बरकट्ठा को विकसित करने के लिए साढ़े चार करोड़ रुपए भी आवंटित की गई है. इसके अलावा भी कई अन्य क्षेत्र हैं, जिसे विकसित करने का रूट प्लान जिला प्रशासन ने बनाया है.