हजारीबागः सदर विधायक मनीष जायसवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान हजारीबाग रामनवमी जुलूस पर विस्तार से चर्चा की गई. विधायक ने पारंपारिक रामनवमी की जानकारी देते हुए सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन पर पुनर्विचार करते हुए संबोधित आदेश जारी करने की मांग की.
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विधायक मनीष जायसवाल ने सीएम हेमंत सोरेन को बताया कि हजारीबाग में रामनवमी जुलूस धूमधाम से निकलता है. इस जुलूस में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं. विधायक ने कहा कि हजारीबाग के रामनवमी को ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व है और धरोहर से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि संपूर्ण देश में रामनवमी का उमंग समाप्त होता है, तब हजारीबाग के लोग राममय होते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 10 दशक से यहां परंपरागत तरीके से एक विशेष रामनवमी रूट को फॉलो किया जाता है. इस रूट पर रामनवमी का जुलूस अपने वास्तविक स्वरूप में दशमी की रात से निकलता है और 36-48 घंटे तक निर्बाध रूप से चलता है.
रामनवमी जुलूस में शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से 100 से अधिक अखाड़ों से आकर्षक झांकियां निकलती है, जो हजारीबाग के चारों दिशाओं में जय श्री राम और वीर बजरंगी के नारे गुंजायमान होते रहते हैं. विधायक ने कहा कि सरकार की ओर से आश्वासन मिला है कि उचित कदम उठाया जाएगा. इस मुलाकात के बाद हजारीबाग के लोगों को उम्मीद है कि सरकार अपने आदेश पर विचार करेगी, ताकि रामनवमी जुलूस अपने पुराने भव्यता के साथ निकल सके.