हजारीबाग: जिले के बड़कागांव की रहने वाली नाबालिग बच्ची के साथ मारपीट और आयरन से उसके बदन को जला देने वाले मामले को लेकर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. जिला प्रशासन ने इस बात को लेकर जांच कमेटी का गठन किया है. अपर समाहर्ता सिलिंग को जांच के लिए कहा गया है, जो पूरे मामले की जांच रिपोर्ट उपायुक्त हजारीबाग भुवनेश प्रताप सिंह को सौंपेंगे. इसके बाद जिला प्रशासन इस मामले को लेकर कार्रवाई करेगी.
बच्ची को मिले न्याय
वहीं, दूसरी ओर हजारीबाग के पूर्व सांसद और भाकपा के राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि अगर उस बच्ची के साथ न्याय नहीं मिलेगा तो हम लोग दुर्गा पूजा के बाद प्रशासन और उस अधिकारी के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
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शरीर के कई हिस्सों को आयरन से जलाया
दरअसल, मंगलवार को बड़कागांव की रहने वाली नाबालिग बच्ची और उसके पिता ने आरोप लगाया था कि बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) राकेश कुमार की पत्नी ने उसे बुरी तरह पीटा है. बच्ची पर 200 रुपए चोरी का आरोप लगाया गया था. जब बच्ची ने इसका विरोध किया तो बीडीओ की पत्नी ने उस बच्ची के साथ बेरहमी से पिटाई करते हुए उसके बदन को आयरन से जला दिया था.
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बच्ची का चल रहा इलाज
यही नहीं उसके हाथ को गर्म पानी में डाल दिया गया. उसके सिर के बाल को भी इस तरह खींचा गया कि उसके बाल भी उखड़ गए. पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसे खाना भी नहीं दिया जाता था. फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है.