हजारीबाग: इन दिनों साइबर अपराध का दायरा बढ़ता जा रहा है. अब छोटे शहर भी साइबर अपराधियों का अड्डा बन रहा है. ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग में देखने को मिला. जब राजधानी रांची से आई टीम ने 4 लड़कों को साइबर अपराध के मामले में धर दबोचा.
दरअसल, साइबर अपराधियों ने बड़ी चालाकी से ऐप बनाया था. इस ऐप के जरिए साइबर अपराधी ठगी का काम करते थे. लेकिन जो हजारीबाग में हुआ है इसे सुनकर आप हैरान हो जाऐंगे.
हजारीबाग में चार साइबर अपराधियों ने एक ऐसा ऐप बनाया था. जिसके जरिए वह आम जनता को देह व्यापार के लिए उसकाता था. जब कोई उस ऐप में दिए हुए लड़कियों के फोटो पर क्लिक करता तो उसके मोबाइल पर मैसेज आता. जिसके झांसे में फंस कर कोई भी इंसान मैसेज का जवाब देता. इसके बाद जानकारी इकट्ठा कर लड़कियों की फोटो भेजी जाती थी.
उसके बाद देह व्यापार में लिप्त लड़की के बारे में जानकारी दी जाती थी और बातचीत के दौरान साइबर अपराधी लड़की सप्लाई के लिए मोटी रकम की मांग करते थे. इस दौरान अपराधी ATM कार्ड, पिन कोड समेत कई जानकारी हासिल करते थे और फिर लोंगोअकाउंट से रुपए निकाल लेते थे.
रांची में फंसे एक भुक्तभोगी ने इस मामले को लेकर एफआईआर किया था. अपराधियों की तलाश में राजधानी रांची से हजारीबाग साइबर टीम पहुंची और उन्होंने बाबू गांव के हॉस्टल से चार लड़कों को गिरफ्तार किया.बता दें कि गिरफ्तार साइबर अपराधी गिरिडीह के रहने वाला हैं. जिनका नाम मुकेश, उमेश, प्रदीप और प्रमोद है.
जिसके पास से ATM कार्ड, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बरामद किया गया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. वहीं, हजारीबाग की सीसीआर डीएसपी ने यह भी कहा कि एप को लेकर कई और महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा किया जा रहा है.