हजारीबाग: जिले में आयुष्मान भारत में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. जिसे लेकर राजधानी रांची से हजारीबाग में हड़कंप मचा हुआ है. आलम यह है कि रांची से पत्राचार के माध्यम से अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है. आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में फर्जीवाड़ा को लेकर हजारीबाग के एके सनशाइन हॉस्पिटल पर मामला दर्ज होगा.
इस बारे में झारखंड स्टेट आरोग्य सोसायटी के सचिव अभिषेक श्रीवास्तव के पत्राचार के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा. हजारीबाग की एसडीओ मेघा भरद्वाज ने मामले को लेकर मजिस्ट्रेट भी बहाल किया है, जो जांच करके रिपोर्ट देगी. आयुष्मान भारत के तहत हॉस्पिटल पर सरकारी राशि का गबन का आरोप है.
ये भी पढ़ें-विश्व पर्यावरण दिवस पर अर्जुन मुंडा ने धरती आबा को किया नमन, भगवान बिरसा के वंसजों का जाना हाल
सदर अस्पताल के डॉ प्रवीण नाथ ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी निजी अस्पताल और नर्सिग होम के इलाज का दावा तभी स्वीकृत होगा जब रोगी का रेफर स्लिप सरकारी अस्पताल का हो.
दरअसल, हजारीबाग के एके सनशाइन हॉस्पिटल ने फर्जी तरीके से रेफर स्लिप इचाक पीएससी सरकारी अस्पताल का भुगतान में जमा किया. जांच के क्रम में पाया गया कि इचाक पीएसी से मरीज का कोई भी रेफर लेटर निर्गत नहीं किया गया है. एके सनशाइन हॉस्पिटल हजारीबाग आयुष्मान भारत के तहत पंजीकृत है. पिछले दिनों अस्पताल ने एक महिला के बच्चेदानी का ऑपरेशन किया था.
जिस तरह से वित्तीय घोटाला का मामला सामने आया है, ऐसे में अब जिला प्रशासन और सदर अस्पताल प्रबंधन उन दावों का जांच कर रही है जो कई अस्पतालों से आया है. जिस तरह से मामला सामने आ रहा है, ऐसे में प्रतीत होता है कि कई और अस्पताल भी हो सकते हैं जो धोखाधड़ी करके सरकारी पैसा का गबन कर सकते है.