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एक अधिकारी ने किया नाली साफ, तो दूसरे ने की खेती, कहा- साथ मिलकर काम करने की है जरुरत

हजारीबाग के दारू और कटकमसांडी प्रखंड के बीडीओ इन दिनों चर्चा में हैं. दरअसल, यहां एक बीडीओ खेती करते नजर आ रहे हैं, तो दूसरे बीडीओ नाली साफ करते दिख रहे हैं. उनका कहना है कि अगर आम जनता के साथ जाकर काम किया जाए और उन्हें जानकारी दी जाए तो परिणाम भी बेहतर होते हैं.

बीडीओ की पहल
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Published : Jul 30, 2019, 9:09 PM IST

हजारीबाग: सरकार हमेशा अधिकारियों को सलाह देती है कि संवेदनशील बनें और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझें. इन दिनों हजारीबाग में ऐसे अधिकारी नजर आ रहे हैं जो उनकी समस्या तो सुन ही रहे हैं, साथ ही साथ समस्या का समाधान करने के लिए सड़क पर भी उतर रहे हैं. आलम यह है कि अधिकारी कहीं खेती करते नजर आ रहे हैं, तो कहीं नाली साफ करते भी दिख रहे हैं.

बीडीओ की पहल

जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत
हजारीबाग के सुदूरवर्ती प्रखंड के दो प्रखंड विकास पदाधिकारी इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं. दोनों अधिकारियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं.

क्षेत्र भ्रमण करने निकले थे बीडीओ
हजारीबाग के दारू प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल पानी जमने के बाद सड़क पर कुदाल लेकर नजर आए और खुद ही नाली साफ करते दिखे. दरअसल, उनके ब्लॉक के कमलासी पंचायत के गाड़ी साडम गांव में बरसात का पानी जमा हुआ था. वे क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे. इसी दौरान उनकी नजर पड़ी कि स्कूल के बच्चे बरसात के पानी से गुजर रहे हैं. ऐसे में उन्हें रहा नहीं गया और उन्होंने पास के लोगों से कुदाल मांगा लिया और जूता खोलकर पानी में उतर गए और नाली साफ किया.

यहां बीडीओ ने की नाली की सफाई
गांव के ही सरयू पासवान ने नाली अपने घर के पास बंद कर दिया था. जिससे करीब 20 फीट लंबी गली में बरसात और नाली का गंदा पानी जम रहा था. आसपास में कई लोग रहते भी हैं. कई के पक्के मकान भी हैं. लेकिन किसी ने भी नाली साफ करने की पहल नहीं की. ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल खुद ही नाली साफ करने लगे.

ये भी पढ़ें- प्रेमी से झगड़ा कर तालाब में कूदी युवती, मछुआरों ने बचाई जान

बीडीओ ने की खेती
दूसरी तस्वीर हजारीबाग मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कटकमसांडी प्रखंड की है. जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए खुद ही खेती करते नजर आए. दरअसल इस बार हजारीबाग में औसत रूप से कम वर्षा हुई है. ऐसे में किसान काफी मायूस हैं. उनकी मायूसी को दूर करने के लिए और वर्षा होने पर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वह खुद ही खेतों में उतर आए और उन्नत तकनीक के जरिए खेती करने के टिप्स दिए. ऐसे में किसान भी काफी खुश हैं, तो दूसरी ओर अधिकारी भी. अधिकारी कहते हैं कि अगर आम जनता के साथ जाकर काम किया जाए और उन्हें जानकारी दी जाए तो परिणाम भी बेहतर होते हैं.

हजारीबाग: सरकार हमेशा अधिकारियों को सलाह देती है कि संवेदनशील बनें और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझें. इन दिनों हजारीबाग में ऐसे अधिकारी नजर आ रहे हैं जो उनकी समस्या तो सुन ही रहे हैं, साथ ही साथ समस्या का समाधान करने के लिए सड़क पर भी उतर रहे हैं. आलम यह है कि अधिकारी कहीं खेती करते नजर आ रहे हैं, तो कहीं नाली साफ करते भी दिख रहे हैं.

बीडीओ की पहल

जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत
हजारीबाग के सुदूरवर्ती प्रखंड के दो प्रखंड विकास पदाधिकारी इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं. दोनों अधिकारियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं.

क्षेत्र भ्रमण करने निकले थे बीडीओ
हजारीबाग के दारू प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल पानी जमने के बाद सड़क पर कुदाल लेकर नजर आए और खुद ही नाली साफ करते दिखे. दरअसल, उनके ब्लॉक के कमलासी पंचायत के गाड़ी साडम गांव में बरसात का पानी जमा हुआ था. वे क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे. इसी दौरान उनकी नजर पड़ी कि स्कूल के बच्चे बरसात के पानी से गुजर रहे हैं. ऐसे में उन्हें रहा नहीं गया और उन्होंने पास के लोगों से कुदाल मांगा लिया और जूता खोलकर पानी में उतर गए और नाली साफ किया.

यहां बीडीओ ने की नाली की सफाई
गांव के ही सरयू पासवान ने नाली अपने घर के पास बंद कर दिया था. जिससे करीब 20 फीट लंबी गली में बरसात और नाली का गंदा पानी जम रहा था. आसपास में कई लोग रहते भी हैं. कई के पक्के मकान भी हैं. लेकिन किसी ने भी नाली साफ करने की पहल नहीं की. ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल खुद ही नाली साफ करने लगे.

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बीडीओ ने की खेती
दूसरी तस्वीर हजारीबाग मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कटकमसांडी प्रखंड की है. जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए खुद ही खेती करते नजर आए. दरअसल इस बार हजारीबाग में औसत रूप से कम वर्षा हुई है. ऐसे में किसान काफी मायूस हैं. उनकी मायूसी को दूर करने के लिए और वर्षा होने पर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वह खुद ही खेतों में उतर आए और उन्नत तकनीक के जरिए खेती करने के टिप्स दिए. ऐसे में किसान भी काफी खुश हैं, तो दूसरी ओर अधिकारी भी. अधिकारी कहते हैं कि अगर आम जनता के साथ जाकर काम किया जाए और उन्हें जानकारी दी जाए तो परिणाम भी बेहतर होते हैं.

Intro:सरकार हमेशा अधिकारियों को सलाह देती है कि संवेदनशील बने और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझें ।लेकिन इन दिनों हजारीबाग में ऐसे अधिकारी नजर आ रहे हैं जो उनकी समस्या तो सुनी रहे हैं साथ ही साथ समस्या का समाधान करने के लिए सड़क पर भी उतर रहे हैं। आलम यह है कि अधिकारी कहीं खेती करते नजर आ रहे हैं तो कहीं नाली साफ करते भी दिख रहे हैं।

Body:हजारीबाग के सुदुरवर्ती प्रखंड के दो प्रखंड विकास पदाधिकारी इन दिनों काफी सुर्खियों में है। दोनों अधिकारियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं।

हजारीबाग के दारू प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल पानी जमने के बाद सड़क पर कुदाल लेकर नजर आए और खुद ही नाली साफ करते दिखे। दरअसल उनके ब्लॉक के कमलासी पंचायत के गाड़ी साडम गांव में बरसात का पानी जमा हुआ था। वे क्षेत्र भ्रमण में निकले थे। इसी दौरान उनकी नजर पड़ी की स्कूल के बच्चे बरसात के पानी से गुजर रहे हैं। उनका किताब का बैग भी गीला हो रहा है। ऐसे में उन्हें रहा नहीं गया और उन्होंने पास के लोगों से कुदाल मांगा लिया और खुद का जूता खोलकर पानी में उतर गए और नाली साफ किया ।दरअसल गांव के ही सरयु पासवान ने नाली अपने घर के पास बंद कर दिया था। जिससे करीब 20 फीट लंबा गली में बरसात और नाली का गंदा पानी जम रहा था। आसपास में कई लोग रहते भी थे। कई के पक्की मकान भी थे। लेकिन किसी ने भी नाली साफ करने की पहल नहीं की। ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी राम रतन वर्णवाल खुद ही नाली साफ किए। जिन्होंने कहा कि लोगों को आगे आने की जरूरत है। तभी हमारा समाज और देश तरक्की कर सकता है ।ऐसे में यह जरूरत नहीं है अधिकारी, ग्रामीण और आम इंसान सभी को आगे करने की जरूरत है।

Byte....रामरतन वर्णवाल प्रखंड विकास पदाधिकारी दारू सफेद शर्ट में

दूसरी तस्वीर हजारीबाग मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कटकमसांडी प्रखंड की है। जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए खुद ही खेती करते नजर आए ।दरअसल इस बार हजारीबाग में औसत रूप से कम वर्षा हुई है। ऐसे में किसान काफी मायूस है ।उनकी मायूसी को दूर करने के लिए और वर्षा होने पर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वह खुद ही खेतों में उतर आए और उन्नत तकनीक के जरिए खेती करने की टिप्स दिए। ताकि किसान कम पानी में भी खेती कर सके। ऐसे में किसान भी काफी खुश है तो दूसरी ओर अधिकारी भी। अधिकारी कहते हैं कि अगर आम जनता के साथ जाकर काम किया जाए और उन्हें जानकारी दी जाए तो परिणाम भी बेहतर होते हैं।

Byte.... अखिलेश कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी कटकमसांडी। ब्लू शर्ट में
Conclusion:निसंदेह हजारीबाग के दो प्रखंड विकास पदाधिकारी रामरतन वर्णवाल और अखिलेश कुमार प्रेरणा के स्रोत है ।जरूरत है अन्य अधिकारियों को भी इनसे सीख लेने की ।
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