गिरिडीहः सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में कोयला के अवैध कारोबार के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया है. इस अभियान के दौरान कोयला लदी बैलगाड़ियों को न सिर्फ पकड़ा गया बल्कि कई बैलगाड़ियों को ध्वस्त भी किया गया. इस क्रम में बैलगाड़ियों से वसूली के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
बताया जाता है कि हाल के दिनों में धनबाद और गिरिडीह के पुराने कोयला तस्करों को गिरिडीह शहर से सटे इलाके में देखा गया था. जिसके बाद एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने सदर एसडीपीओ कुमार गौरव को मामले पर नजर रखते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद सोमवार को यह कार्रवाई की गई.
इलीगल माइंस से निकला था कोयला
सोमवार को कोयला से लदे जिन बैलगाड़ियों को पकड़ा गया, वो सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के ओपेनकास्ट के पीछे सतिघाट और भूतनाथ में संचालित अवैध कोयला खदानों से निकला हुआ था. बताया जाता है कि इन बैलगाड़ियों पर कोयला लादकर बिहार के बेला भेजा जा रहा था. जमुआ और बेंगाबाद थाना इलाके के रास्ते कोयला बेला पहुंचता और यहीं पर कोयला को डंप करने के बाद बिहार और यूपी की मंडियों में भेजा जाता.
ये भी पढे़ं- कोरोना वायरस को लेकर पूर्वी सिंहभूम में अलर्ट, बड़े अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश
खुलकर हो रही थी वसूली
सोमवार को हुई इस कार्रवाई में जिन तीन लोगों का पकड़ा गया है, उनपर पुलिस के नाम पर अवैध वसूली का भी आरोप है. तीनों व्यक्ति एक-एक बैलगाड़ी से 2 से 3 सौ रुपया का वसूली कर रहे थे. हर रोज वसूली हजारों में हो रही थी. तीनों से पुलिस के अधिकारी पूछताछ कर रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि अवैध कोयला खनन में अभी कौन-कौन से लोग शामिल हैं और कौन-कौन लोग कोयला की तस्करी कर रहे हैं.