गिरिडीहः झारखंड राज्य जलसहिया कर्मचारी संघ के आह्वान पर शुक्रवार को जलसहियाओं ने समाहरणालय में थाली बजाकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन की वजह से लंबे समय तक समाहरणालय परिसर में गहमागहमी का माहौल बना था. जलसहियाओं के इस प्रदर्शन की जानकारी पर सदर एसडीएम विशालदीप खलखो, कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेन्द्र कुमार, थाना प्रभारी विनय राम पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बात की. एसडीएम ने जलसहियाओं की बातों को जिलाधिकारी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
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जलसहिया कर्मचारी संघ के नेता अशोक सिंह ने कहा कि राज्य में जलसहिया की संख्या 29 हजार है. जल स्वच्छता मिशन के तहत सबसे पहले 12 हजार जलसहिया की बहाली हुई थी. उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल पहले पिछली सरकार ने जलसहिया को एक हजार मासिक मानदेय देने की घोषणा की थी. इस घोषणा के अनुरूप मासिक मानदेय के साथ साथ प्रोत्साहन राशि भी मिल रही थी. लेकिन वर्तमान सरकार ने आने के पहले मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी. जेएमएम ने कहा कि था कि उनकी सरकार बनी तो न्यूनतम वेतन दिया जायेगा. लेकिन वर्तमान सरकार बनी तो पिछली दफा थाली बजाया तो चार महीना ही मानदेय मिला, उसके बाद से बंद है.
आशोक सिंह ने कहा कि जलसहियाओं को 42 माह से मानदेय बंद है. इधर संबंधित मंत्री ने एक पत्र निर्गत किया है, जिसमें कहा गया है कि पूर्व से दिए जा रहे मानदेय के साथ जो प्रोत्साहन राशि मिल रहा था. इसमें सिर्फ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. मानदेय नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि कैबिनेट के निर्णय को बदल कर अपना निर्णय राज्य में लागू कर दिया है. इस निर्णय के खिलाफ यह प्रदर्शन है. उन्होंने कहा कि आज थाली बजाओ ताली बजाओ के जरिये प्रदर्शन किया है. हमारा मानदेय वापस नहीं किया गया तो आंदोलन चलता रहेगा.