गिरिडीहः जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि सम्मेद शिखर पारसनाथ में साधु संतों के सानिध्य में एक साथ पांच दीक्षार्थी दिगम्बरत्व जैन धर्म की दीक्षा ग्रहण करेंगे. इस निमित मधुबन स्थित तेरहपंथी कोठी में आचार्य विशुद्ध सागरजी महाराज के सानिध्य में भव्य दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया है. मधुबन में साधनारत साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक विधियां पूरी की जा रही है.
इसे भी पढ़ें- मुनि प्रमाण सागर का सम्मेद शिखर में हुआ मंगल प्रवेश, झूम उठे भक्त
जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि सम्मेद शिखर पारसनाथ में साधु संतों के सानिध्य में एक साथ पांच दीक्षार्थी दिगम्बरत्व जैन धर्म की दीक्षा ग्रहण करेंगे. इस निमित मधुबन स्थित तेरहपंथी कोठी में आचार्य विशुद्ध सागरजी महाराज के सानिध्य में भव्य दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया है. मधुबन में साधनारत साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक विधियां पूरी की जा रही है.
30 लाख का पैकेज छोड़ चुके हैं आइआइटीयन अविरल
जैन धर्म के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में 14 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम में दीक्षा लेने वाले कम्प्यूटर इंजीनियर अविरल जैन 30 लाख का पैकेज को छोड़कर जैन मुनि बनेंगे. बताया गया कि अविरल ने अपनी दिल्ली के दयानंद विहार स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल से पूरी की. यहां के बाद इन्होंने वाराणसी स्थित आइआइटी बीएचयू से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उन्होंने वॉल मार्ट नामक कंपनी में 30 लाख पर नौकरी की थी.