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डेढ़ साल से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं बच्चे, अफगानिस्तान में अगवा हुआ है हुलास महतो

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Published : Oct 8, 2019, 3:25 PM IST

बगोदर प्रखंड के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो के बच्चे डेढ़ साल से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं. बता दें कि हुलास महतो अफगानिस्तान में 6 मई 2018 से अगवा है.

हुलास का घर

गिरिडीह/बगोदर: बगोदर प्रखंड के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो के बच्चे डेढ़ साल से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं. पत्नी प्रमिला सहित परिवार के अन्य सदस्यों को भी हुलास का बेसब्री से इंतजार हैं. परिवार के सभी सदस्य यही कामना कर रहे हैं कि वह जहां भी हो सुरक्षित हो.

देखें पूरी खबर

6 मई 2018 से अगवा
बता दें कि हुलास महतो अफगानिस्तान में 6 मई 2018 से अगवा है. अपने पिता का इंतजार करने वालों में हुलास महतो के बच्चे ही सिर्फ शामिल नहीं हैं, बल्कि बगोदर के घाघरा निवासी प्रकाश महतो एवं प्रसादी महतो के बच्चे और परिजन भी शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- करम टोली तालाब की बदली सूरत, सौंदर्यीकरण के बाद लोगों के आकर्षण का केंद्र

सात भारतीयों मजदूरों को अगवा कर लिया था
अफगानिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने सात भारतीय मजदूरों को अगवा कर लिया था. इसमें तीन मजदूर झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर और एक हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड के बेडम का रहने वाला है. इसमें बगोदर के एक मजदूर प्रकाश महतो की ढाई महीने पूर्व वापस आने की खबर आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक उसे दिल्ली में रखा गया है और परिजनों को भी दिल्ली बुलाया गया है. मगर प्रकाश और उसके परिजन दिल्ली से वापस नहीं लौटे हैं.

तीन मजदूरों की रिहाई होने की खबर
अफगानिस्तान में अगवा मजदूरों में तीन मजदूरों की रिहाई होने की खबर आ रही है. तालिबान प्रतिनिधियों और अफगानिस्तान सरकार के बीच हुई वार्ता के बाद दो दिन पूर्व रविवार को तीन मजदूरों की रिहाई हुई है. रिहा हुए मजदूरों में काश बगोदर के भी मजदूर होते यह उम्मीद परिवार के सदस्यों के साथ जन प्रतिनिधियों और क्षेत्र के लोगों को भी है.

ये भी पढ़ें- कोडरमा: डिप्रेशन में युवक ने की खुदकुशी, फांसी लगाकर दी जान

सुषमा स्वराज से भी मिले थे परिजन
अगवा मजदूरों के परिजनों ने एक साल पूर्व दिल्ली पहुंचकर तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी और उनकी सकुशल रिहाई और वतन वापसी की मांग की गई थी. उस समय सुषमा स्वराज ने परिजनों को इसके लिए आश्वस्त किया था. हालांकि मजदूरों की वापसी अबतक संभव नहीं हुई है. इस बीच सुषमा स्वराज का निधन भी हो गया.

गिरिडीह/बगोदर: बगोदर प्रखंड के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो के बच्चे डेढ़ साल से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं. पत्नी प्रमिला सहित परिवार के अन्य सदस्यों को भी हुलास का बेसब्री से इंतजार हैं. परिवार के सभी सदस्य यही कामना कर रहे हैं कि वह जहां भी हो सुरक्षित हो.

देखें पूरी खबर

6 मई 2018 से अगवा
बता दें कि हुलास महतो अफगानिस्तान में 6 मई 2018 से अगवा है. अपने पिता का इंतजार करने वालों में हुलास महतो के बच्चे ही सिर्फ शामिल नहीं हैं, बल्कि बगोदर के घाघरा निवासी प्रकाश महतो एवं प्रसादी महतो के बच्चे और परिजन भी शामिल हैं.

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सात भारतीयों मजदूरों को अगवा कर लिया था
अफगानिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने सात भारतीय मजदूरों को अगवा कर लिया था. इसमें तीन मजदूर झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर और एक हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड के बेडम का रहने वाला है. इसमें बगोदर के एक मजदूर प्रकाश महतो की ढाई महीने पूर्व वापस आने की खबर आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक उसे दिल्ली में रखा गया है और परिजनों को भी दिल्ली बुलाया गया है. मगर प्रकाश और उसके परिजन दिल्ली से वापस नहीं लौटे हैं.

तीन मजदूरों की रिहाई होने की खबर
अफगानिस्तान में अगवा मजदूरों में तीन मजदूरों की रिहाई होने की खबर आ रही है. तालिबान प्रतिनिधियों और अफगानिस्तान सरकार के बीच हुई वार्ता के बाद दो दिन पूर्व रविवार को तीन मजदूरों की रिहाई हुई है. रिहा हुए मजदूरों में काश बगोदर के भी मजदूर होते यह उम्मीद परिवार के सदस्यों के साथ जन प्रतिनिधियों और क्षेत्र के लोगों को भी है.

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सुषमा स्वराज से भी मिले थे परिजन
अगवा मजदूरों के परिजनों ने एक साल पूर्व दिल्ली पहुंचकर तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी और उनकी सकुशल रिहाई और वतन वापसी की मांग की गई थी. उस समय सुषमा स्वराज ने परिजनों को इसके लिए आश्वस्त किया था. हालांकि मजदूरों की वापसी अबतक संभव नहीं हुई है. इस बीच सुषमा स्वराज का निधन भी हो गया.

Intro:डेढ़ से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं बच्चे, रिहाई हुए मजदूरों में काश बगोदर के भी होते मजदूर

बगोदर/ गिरिडीह


Body:बगोदर/गिरिडीहः बगोदर प्रखंड के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो के बच्चे डेढ़ साल से अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं. पत्नी प्रमिला सहित परिवार के अन्य सदस्यों को भी हुलास का बेसब्री से इंतजाम हैं. परिवार के सभी सदस्य यही कामना कर रहे हैं कि वह जहां भी है सुरक्षित हो. बता दें कि हुलास महतो अफगानिस्तान में 06 मई 2018 से अगवा है. अपने पिता का इंतजार करने वालों में हुलास महतो के बच्चे हीं सिर्फ शामिल नहीं है बल्कि बगोदर के घाघरा निवासी प्रकाश महतो एवं प्रसादी महतो के बच्चे और परिजन भी शामिल हैं. अफगानिस्तान में उसी दिन अज्ञात बंदूकधारियों ने सात भारतीयों मजदूरों को अगवा कर लिया था. इसमें तीन मजदूर झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर और एक हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड के बेडम का रहने वाला है. इसमें बगोदर के एक मजदूर प्रकाश महतो की ढ़ाई महीने पूर्व वापस आने की रिपोर्ट आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक उसे दिल्ली में रखा गया है और परिजनों को भी दिल्ली बुलाया गया है. मगर प्रकाश व उसके परिजन दिल्ली से वापस नहीं लौटे हैं.


तीन मजदूरों की रिहाई में काश बगोदर के मजदूर भी होते

अफगानिस्तान में अगवा मजदूरों में तीन मजदूरों की रिहाई होने की खबर आ रही है. तालिबान प्रतिनिधियों और अफगानिस्तान सरकार के बीच हुई वार्ता के बाद दो दिन पूर्व रविवार को तीन मजदूरों की रिहाई हुई है. रिहा हुए मजदूरों में काश बगोदर के भी मजदूर होते यह उम्मीद परिवार के सदस्यों के साथ जन प्रतिनिधियों और क्षेत्र के लोगों की भी है.



पूर्व विदेश मंत्री से भी मिले थे परिजन



अगवा मजदूरों के परिजनों ने एक साल पूर्व दिल्ली पहुंचकर तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात किया था एवं उनकी सकुशल रिहाई और वतन वापसी की मांग की गई थी. उस समय सुषमा स्वराज ने परिजनों को इसके लिए आश्वस्त की थी. हालांकि मजदूरों की वापसी अबतक संभव नहीं हुई है. इस बीच पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन भी हो गया.





Conclusion:अगवा हुलास महतो की बेटी
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