ETV Bharat / city

जमीन को सार्वजनिक घोषित किए जाने का दलितों ने किया विरोध, कहा- जान दे देंगे पर जमीन नहीं

गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र के सीरिडीहा में चार एकड़ गैर मजरूआ जमीन को सरिया अंचल की ओर से बोर्ड लगाकर सार्वजनिक घोषित किए जाने का दलित परिवार ने विरोध किया है. वहां रह रहे दलित परिवारों का कहना है कि उक्त जमीन पर 100 साल से कब्जा है. वे जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे.

Dalit protested against declaration of land as public in giridih, news of Giridih Sariya Police Station, गिरिडीह में जमीन को सार्वजनिक घोषित किए जाने का दलितों ने किया विरोध, गिरिडीह सरिया थाना की खबरें
विरोध करते ग्रामीण
author img

By

Published : Oct 9, 2020, 5:15 PM IST

बगोदर, गिरिडीह: सरिया थाना क्षेत्र के बंदखारो पंचायत के सीरिडीहा में चार एकड़ गैर मजरूआ जमीन को सरिया अंचल ने बोर्ड लगाकर सार्वजनिक घोषित कर दिया है. दो दिन पूर्व सीओ ने उक्त जमीन पर बोर्ड लगाया था. हालांकि अब बोर्ड भी गायब हो चुका है. मगर कुसमरजा के दलित परिवारों का कहना है कि उक्त जमीन पर वे एक सौ साल से हैं. वे जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे.

देखें पूरी खबर

दलितों का विरोध

इस मामले को लेकर सैकड़ों की संख्या में दलित परिवारों ने शुक्रवार को उक्त जमीन पर पहुंचकर सरिया सीओ के इस कार्रवाई का विरोध किया. इस जमीन के अलावा दलितों के पास कोई भी जमीन नहीं है. ऐसे में अगर इस जमीन से दलितों को बेदखल किया जाता है तो वे भूमिहीन हो जाएंगे. उनका कहना है कि जमीन माफियाओं के इशारे पर एक साजिश के तहत प्रशासन की ओर से दलितों की जमीन को सार्वजनिक किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- रामविलास पासवान के निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया शोक व्यक्त, बोले- देश के लिए बड़ी क्षति

आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों का कहना है कि अगल-बगल के भी 50 एकड़ से अधिक जमीन गैर मजरूआ है. जिसे सार्वजनिक घोषित नहीं किया जा रहा है. कहा गया कि दलितों के साथ प्रशासन भेदभाव कर रही है. जरूरत पड़ने पर मामले को लेकर डीसी ऑफिस के सामने आंदोलन किया जाएगा.

बगोदर, गिरिडीह: सरिया थाना क्षेत्र के बंदखारो पंचायत के सीरिडीहा में चार एकड़ गैर मजरूआ जमीन को सरिया अंचल ने बोर्ड लगाकर सार्वजनिक घोषित कर दिया है. दो दिन पूर्व सीओ ने उक्त जमीन पर बोर्ड लगाया था. हालांकि अब बोर्ड भी गायब हो चुका है. मगर कुसमरजा के दलित परिवारों का कहना है कि उक्त जमीन पर वे एक सौ साल से हैं. वे जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे.

देखें पूरी खबर

दलितों का विरोध

इस मामले को लेकर सैकड़ों की संख्या में दलित परिवारों ने शुक्रवार को उक्त जमीन पर पहुंचकर सरिया सीओ के इस कार्रवाई का विरोध किया. इस जमीन के अलावा दलितों के पास कोई भी जमीन नहीं है. ऐसे में अगर इस जमीन से दलितों को बेदखल किया जाता है तो वे भूमिहीन हो जाएंगे. उनका कहना है कि जमीन माफियाओं के इशारे पर एक साजिश के तहत प्रशासन की ओर से दलितों की जमीन को सार्वजनिक किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- रामविलास पासवान के निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया शोक व्यक्त, बोले- देश के लिए बड़ी क्षति

आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों का कहना है कि अगल-बगल के भी 50 एकड़ से अधिक जमीन गैर मजरूआ है. जिसे सार्वजनिक घोषित नहीं किया जा रहा है. कहा गया कि दलितों के साथ प्रशासन भेदभाव कर रही है. जरूरत पड़ने पर मामले को लेकर डीसी ऑफिस के सामने आंदोलन किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.