गिरिडीह: मोहम्मद साहब की जगह शकील बिन हनीफ को अंतिम नबी मानने व इसे लेकर समाज में विद्वेष पैदा करने, नमाज पढ़ने जा रहे लोगों को रोकने, पथराव करने व जेहाद फैलाने के आरोपों की जांच अब गिरिडीह पुलिस के साथ साथ आतंकवाद निरोधक दस्ता ( ATS ) भी कर रही हैं. इन आरोपों में जेल में बंद शकील बिन हनीफ के 14 समर्थकों में से दो को नगर थाना पुलिस ने रिमांड पर लिया है.
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देशविरोधी संगठनों से नाता: पुलिस ने जिन दो आरोपियों को रिमांड पर लिया हैं उनमें अनुवादक अम्मार व इंजीनियर मोहम्मद माज शामिल हैं. इन दोनों से झारखंड एटीएस की टीम पूछताछ कर रही हैं. पुलिस ने जिन सवालों को जानने की कोशिश की है उसमें देशविरोधी व प्रतिबंधित संगठनों से भी इनका नाता क्या है, ऐसे कार्यों के लिए इनके पास पैसा कहां से आ रहा है और गिरिडीह में रहने के पीछे इनका मकसद क्या है. पूछताछ के बाद दोनों जेल भेज दिया गया है.
संगठन के 14 लोग जा चुके हैं जेल: एक पखवारे के अंदर गिरिडीह के भंडारीडीह में दो मामले ऐसे आये जिसमें शकील बिन हनिफ संगठन का खुलासा हुआ. शकिल बिन हनिफ संगठन के लोग मेहन्दी को नबी नहीं मानने वाले लोगों पर हमला कर रहे हैं. पहली घटना 2 जुलाई तो दूसरी घटना 15 जुलाई को घटी. दोनों मामले में यह साफ हुआ कि हमला करनेवाले जेहाद की भी बात कर रहे हैं. जेल भेजे गए 14 लोगों पर समाज के युवाओं को बहकाने व गलत गतिविधि में शामिल करने का भी आरोप लगाया गया हैं.