दुमका: शायद ही कभी यह होता है कि सरकार की कोई योजना के लिए भूमि चिन्हित हो और लोगों द्वारा उसका विरोध न हो. ताजा मामला दुमका का है जहां ठाड़ी गांव में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए जो जमीन चिन्हित किया गया है लोग उसका विरोध कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
दुमका शहर के बीचो बीच बख्शी बांध इलाके में पिछले 100 वर्षों से जो कचरा डंपिंग यार्ड है उसका पिछले एक दशक से लोग विरोध कर रहे हैं. जिसके बाद नगर विकास विभाग ने सदर प्रखंड के ठाड़ी गांव में लगभग 10 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. यहां कचराखाना शिफ्ट किया जाना है. कचरा प्रबंधन के लिए अधिग्रहीत जमीन पर बाउंड्री वाल का काम शुरू किया गया है. इसका अब स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया गया है. लोगों का कहना है कि कचरा यार्ड से काफी परेशानी होगी. अगल-बगल का जो भी एरिया है वह प्रदूषित हो जाएगा. जिससे उन्हें और उनके आने वाली पीढ़ियों को समस्याएं आएंगी. अगर सरकार ने जमीन अधिग्रहित अगर कर लिया गया है तो उसमें सरकार कोई दूसरी योजना को उतार सकती है.
ये भी पढ़ें: हवा में घुलते जहर से टूट रही सांसों की डोर, प्रशासन अनजान या फिर जानबूझ कर मौन?
डीसी कार्यालय के समक्ष सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर जताया विरोध
आज ठाड़ी, भाड़ोडीह, खटंगी और जटापाड़ा गांव के सैकड़ों ग्रामीण समाहरणालय परिसर पहुंचे और यहां डीसी कार्यालय के बाहर उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान काफी देर तक उपायुक्त कार्यालय के मुख्य गेट के बाहर बैठे रहे.
मौके पर पहुंचे एसडीएम महेश्वर महतो
डीसी कार्यालय के बाहर लोगों के विरोध की जानकारी पाकर दुमका एसडीएम महेश्वर महतो मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाया कहा कि कचरा प्रबंधन के जो मानक हैं उसे पूरा किया जाएगा. चारों तरफ बाउंड्री वाल रहेगा इसके बाद वह काम शुरू होगा और लोगों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी.