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हेमंत सरकार की इस पहल ने संथाली आदिवासी महिलाओं की परेशानी को किया दूर, जानिए क्या है वह

संथाल आदिवासियों की सामाजिक मान्यता में महिलाएं खेत में हल-बैल नहीं चला सकती हैं. सरकार ने इस बाधा को दूर कर दिया है. सरकार ने 80% अनुदान पर छह महिला समूहों को ट्रैक्टर उपलब्ध कराया है. जिससे महिला अब ट्रैक्टर से कृषि कार्य कर सकेंगी.

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महिला को मिला ट्रैक्टर
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Published : Jul 16, 2021, 11:20 AM IST

Updated : Jul 16, 2021, 12:36 PM IST

दुमका: अगर कोई सामाजिक मान्यता जो किसी के विकास में बाधा बन रही है तो यह सभी का दायित्व है कि उस बाधा को समाप्त करें. कुछ ऐसी ही बाधा आदिवासी संथाल समाज में सालों से चली आ रही है कि इस समाज की महिला हल-बैल लेकर खेत में नहीं उतर सकतीं. अब यह बाधा दूर हो गई है. अब दुमका में संथाल समाज की महिला ट्रैक्टर चलाकर खेती करती नजर आयेंगी.

ये भी पढ़ें- चूल्हे में झुलस रहा बच्ची की पढ़ाई का सपना, मां के इलाज के लिए थाम लिया कुदाल


क्या है पूरा मामला

दुमका में संथाल समाज की महिलाएं ट्रैकर चलाकर अपना खेती कार्य करती नजर आएंगी. सरकार के भूमि संरक्षण विभाग की ओर से 80% अनुदान पर छह महिला समूहों को ट्रैक्टर उपलब्ध कराया गया. संथाल समाज की महिलाओं के लिए ट्रैक्टर इसलिए ज्यादा मायने रखता है क्योंकि इनकी सामाजिक मान्यता है कि इस समाज की महिलाओं को हल-बैल लेकर खेत नहीं जोतना है. लेकिन अब ये बाधा दूर हुई. अब ट्रैक्टर से ये अपना कृषि कार्य कर सकेंगी.

देखें पूरी खबर
क्या कहती हैं जिला परिषद उपाध्यक्ष

सरकार के भूमि संरक्षण विभाग की ओर से संथाल समाज की महिला समूहों को ट्रैक्टर आवंटित किए गए हैं. शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन और दुमका जिला परिषद की अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने महिलाओं को ट्रैक्टर की चाभी सौंपी. बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि समाज में महिलाओं को जो खेत जोतने में प्रतिबंध है. वह बाधा अब दूर हुई. महिलाएं ट्रैक्टर के माध्यम से खेती करेंगी और आत्मनिर्भर बनेंगी.

महिलाओं ने जताई खुशी

ट्रैक्टर पाने वाली महिलाओं ने काफी खुशी जताई और इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया. एली सोरेन और छीता हांसदा ने कहा कि अब अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे और ट्रैक्टर के जरिए आधुनिक तौर तरीकों से खेती कर सकेंगे.

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महिला किसान

साहिबगंज में महिला किसानों को दिया जाएगा ट्रैक्टर

साहिबगंज में महिला किसानों को सशक्तिकरण बनाने की दिशा में जिला प्रशासन सराहनीय कदम उठा रहीं है. खेत की जुताई और कम लागत में ज्यादा पैदावार करने के लिए भूमि संरक्षण विभाग से जेएसएलपीएस से जुडी महिला किसानों के समूह को 30 ट्रैक्टर दिया जाएगा. जिसमें से 29 ट्रैक्टर देने के लिए लाभुक का चयन कर लिया गया है. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिला किसानों को कम लागत पर खेत जोतने और ज्यादा पैदावार करने के लिए ये ट्रैक्टर दिया जा रहा है. 4 लाख की सब्सिडी के साथ महिला किसानों को 30 ट्रैक्टर दिया जाएगा. जिसकी कुल लागत 5 लाख 26 हजार 700 रुपये है. 17 जुलाई को टाउन हाल में महिला किसानों के समूह को ट्रैक्टर वितरण किया जाएगा. वहीं, खरीफ कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा.

दुमका: अगर कोई सामाजिक मान्यता जो किसी के विकास में बाधा बन रही है तो यह सभी का दायित्व है कि उस बाधा को समाप्त करें. कुछ ऐसी ही बाधा आदिवासी संथाल समाज में सालों से चली आ रही है कि इस समाज की महिला हल-बैल लेकर खेत में नहीं उतर सकतीं. अब यह बाधा दूर हो गई है. अब दुमका में संथाल समाज की महिला ट्रैक्टर चलाकर खेती करती नजर आयेंगी.

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क्या है पूरा मामला

दुमका में संथाल समाज की महिलाएं ट्रैकर चलाकर अपना खेती कार्य करती नजर आएंगी. सरकार के भूमि संरक्षण विभाग की ओर से 80% अनुदान पर छह महिला समूहों को ट्रैक्टर उपलब्ध कराया गया. संथाल समाज की महिलाओं के लिए ट्रैक्टर इसलिए ज्यादा मायने रखता है क्योंकि इनकी सामाजिक मान्यता है कि इस समाज की महिलाओं को हल-बैल लेकर खेत नहीं जोतना है. लेकिन अब ये बाधा दूर हुई. अब ट्रैक्टर से ये अपना कृषि कार्य कर सकेंगी.

देखें पूरी खबर
क्या कहती हैं जिला परिषद उपाध्यक्ष

सरकार के भूमि संरक्षण विभाग की ओर से संथाल समाज की महिला समूहों को ट्रैक्टर आवंटित किए गए हैं. शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन और दुमका जिला परिषद की अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने महिलाओं को ट्रैक्टर की चाभी सौंपी. बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि समाज में महिलाओं को जो खेत जोतने में प्रतिबंध है. वह बाधा अब दूर हुई. महिलाएं ट्रैक्टर के माध्यम से खेती करेंगी और आत्मनिर्भर बनेंगी.

महिलाओं ने जताई खुशी

ट्रैक्टर पाने वाली महिलाओं ने काफी खुशी जताई और इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया. एली सोरेन और छीता हांसदा ने कहा कि अब अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे और ट्रैक्टर के जरिए आधुनिक तौर तरीकों से खेती कर सकेंगे.

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महिला किसान

साहिबगंज में महिला किसानों को दिया जाएगा ट्रैक्टर

साहिबगंज में महिला किसानों को सशक्तिकरण बनाने की दिशा में जिला प्रशासन सराहनीय कदम उठा रहीं है. खेत की जुताई और कम लागत में ज्यादा पैदावार करने के लिए भूमि संरक्षण विभाग से जेएसएलपीएस से जुडी महिला किसानों के समूह को 30 ट्रैक्टर दिया जाएगा. जिसमें से 29 ट्रैक्टर देने के लिए लाभुक का चयन कर लिया गया है. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिला किसानों को कम लागत पर खेत जोतने और ज्यादा पैदावार करने के लिए ये ट्रैक्टर दिया जा रहा है. 4 लाख की सब्सिडी के साथ महिला किसानों को 30 ट्रैक्टर दिया जाएगा. जिसकी कुल लागत 5 लाख 26 हजार 700 रुपये है. 17 जुलाई को टाउन हाल में महिला किसानों के समूह को ट्रैक्टर वितरण किया जाएगा. वहीं, खरीफ कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा.

Last Updated : Jul 16, 2021, 12:36 PM IST
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