दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका के शहरी क्षेत्र की सड़कें भले ही आपको शानदार लगें, लेकिन शहर से सटे पंचायत क्षेत्र की सड़कें और ड्रेनेज सिस्टम का हाल बदहाल नजर आता है. शहर की सीमा को छूते दुधानी, हिजला, कुरुआ और सरुआ जैसे पंचायतों में नाले का पानी कचरे के साथ सड़क पर बहता नजर आता है. कई सड़कें जर्जर हैं. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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क्या कहते हैं लोग
दुधानी में एक महिला गौरी देवी जिसके घर के सामने नाले का दूषित पानी दिन भर बहता है, उन्होंने बताया कि यहां हमलोगों का जीना मुश्किल हो गया है. नहा कर अगर मंदिर जाने के लिए निकलते हैं तो नाले के पानी से गुजर कर ही जाना पड़ता है. जिससे आस्था को ठेस पहुंचती है. इसके साथ ही दिन भर दूषित पानी जमा रहने की वजह से बीमारियां भी फैल रहीं हैं. इधर, दुधानी पंचायत समिति सदस्य विनोद शाश्वत ने कहा कि लोग काफी मुश्किल में जी रहें हैं. शहर का दूषित पानी कचरे के साथ हमारे पंचायत एरिया में बहता है जिससे लोग बीमार हो रहे हैं. लेकिन सरकार का ध्यान इस दिशा में नहीं है. वे प्रशासन से अविलंब इस दिशा में पहल करने की मांग कर रहे हैं.
क्या कहती हैं उपायुक्त
दुमका शहर से सटे पंचायतों में अभी भी कई ऐसी सड़कें हैं जो कच्ची हैं, मतलब विकास यहां तक पहुंचा ही नहीं. सड़कों पर बहता कचरा ये दर्शाता है कि कोई सुध लेने वाला नहीं है. इस पूरे मामले में हमने दुमका के उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की. उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों के विकास के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है और जल्द ही इस पर काम होगा.
प्रशासन को अविलंब पहल करने की जरूरत
ग्रामीण क्षेत्र की जनता बेहतर सड़क और ड्रेनेज सिस्टम की सुविधा के लिए तरस रहीं हैं. बुनियादी सुविधा प्रदान करना सरकार और प्रशासन का दायित्व है. ऐसे में इस मामले में तुरंत संज्ञान लेने की आवश्यकता है.